क्कन्ञ्जहृन्: उत्तर बिहार से न1सलियों के खात्मे के लिए केंद्रीय सुरक्षा बल सीआरपीएफ अब सोशल पुलिसिंग का सहारा लेगा। सीआरपीएफ के अधिकारी व जवान उत्तर बिहार के न1सल प्रभावित गांवों में रहने वालों को बताएंगे कि न1सलियों का साथ देने के बदले उन्हें मिला 1या? न1सलियों के कारण ही गांव में शिक्षा, सड़क, स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं को बुरा हाल है। बुधवार को सीआरपीएफ बिहार से1टर के आइजी एमएस भाटिया मुज3फरपुर में सीआरपीएफ व कोबरा बटालियन के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने 20 अधिकारियों को उनकी उत्कृष्ट सेवा के लिए महानिरीक्षक प्रशस्तिपत्र से स6मानित भी किया।

एंटी न1सल ऑपरेशन र3तार में

भाटिया ने कहा कि झारखंड की सीमा से लगे बिहार के सभी जिलों में एंटी न1सल ऑपरेशन अपनी पूरी र3तार में है। दोनों राज्यों की पुलिस के साथ केंद्रीय सुरक्षा बल लगातार संयु1त ऑपरेशन कर रहे हैं। वहां से अब न1सलियों के पांव तेजी से उखड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि न1सलियों को पकड़ने और उनके अड्डों को ध्वस्त करने की कार्रवाई में तेजी लाई जाएगी।

20 अफसरों को किया स6मानित

इस मौके पर सीआरपीएफ व कोबरा बटालियन के जिन 20 अधिकारियों को डीजी डिस्क से स6मानित किया गया है उनमें कमांडेंट जगमोहन भगत, द्वितीय कमान अधिकारी विनोद रावत, संजय त्रिपाठी, उप कमांडेंट पीके चौबे, मुकेश कुमार पांडेय, अयोध्या सिंह, दिलीप मलिक, उमेश कुमार शाह, सिद्धार्थ, विजय कुमार, सहायक कमांडेंट अनीस कुमार सिन्हा, ओमप्रकाश, केएन कुजुर, के जुश्तो, ए प्रतीक, अनिल वर्मा, अमित रंजन झा, भदेश्वर साकिया, फौजदारी चौधरी और अंकुर कुमार शामिल हैं।