न जनप्रतिनिधियों की पहल काम आई और न अफसरों की सख्ती

आगरा। बिजली की भारी किल्लत और लाख कोशिशें भी ताज सिटी को सोलर सिटी के रूप में डेवलप नहीं कर सकी हैं। सरकार की मंशा लापरवाही और अफसरशाही की भेंट चढ़ती नजर आ रही है। जनप्रतिनिधियों की पहल भी इस योजना को परवान नहीं चढ़ा सकी। नगर निगम के आला अफसर तो इस योजना की फाइल खोलने को तैयार नहीं है।

बिजली बचाने की थी मंशा

बिजली की किल्लत को देखते हुए सरकार ने सोलर सिस्टम लगाने पर बल दिया था। ताज सिटी को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने का निर्देश भी दिया। आदेश देने के बाद कुछ समय तो सोलर सिटी बनाने की योजना पर काम किया, लेकिन फिर इस योजना को लापरवाही का घुन लग गया।

सीकरी में लगना था सिस्टम

20 साल पहले पहले फतेहपुर सीकरी में सोलर प्लांट योजना लगाने को मंजूरी मिली थी। तत्कालीन सीएम कल्याण सिंह ने योजना को अतरौली में लगाने की घोषणा की, लेकिन फिर भी सोलर सिस्टम की योजना परवान नहीं चढ़ सकी।

मीटिंग का भी नहीं असर

सोलर सिटी बनाए जाने को लेकर यूपी सरकार के मंत्रियों और उच्चाधिकारियों द्वारा नगर निगम में मीटिंग आयोजित की गई। कई बार सोलर सिस्टम पर रिपोर्ट मांगी, लेकिन नगर निगम द्वारा रिपोर्ट भी प्रस्तुत नहीं की गई। दरअसल, सोलर सिस्टम लगाने का प्रोजेक्ट काफी महंगा है। सोर्सेज की मानें तो नगर निगम इतने महंगे प्रोजेक्ट में हाथ डालने से बच रहा है।