-शिकायतों और सुझावों पर जिला प्रशासन के साथ बैठक जल्द

-निबंधन विभाग ने सर्किल रेट्स संशोधन पर शासन को दी सर्वे रिपोर्ट

-समिति के निर्देशन पर सर्किल रेट्स की संशोधित लिस्ट होगी तैयार

आई एक्सक्लूसिव

अखिल कुमार

मेरठ: सर्किल रेट बढ़ने से निबंधन विभाग लक्ष्य पूरा नहीं कर सका था। इसके बाद सरकार ने सर्वे कर सर्किल रेट्स पर लोगों की प्रतिक्रिया के निर्देश दिए थे। इस बाबत आपत्ति और सुझावों की जानकारी निबंधन विभाग ने शासन को दी है। इसके बाद जिलाधिकारी के साथ बैठक कर जल्द ही अग्रिम रणनीति तय करेगा।

पूरा नहीं हुआ टारगेट

वित्तीय वर्ष 2016-17 में निबंधन विभाग को स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन शुल्क की वसूली का 597.79 करोड़ रुपये का लक्ष्य निर्धारित किया था। विभाग ने मार्च 2017 तक महज 331.57 करोड़ रुपये (55.57 प्रतिशत) की वसूली कर पाई। सरकार ने टारगेट पूरा न करने पर निबंधन विभाग को जमकर फटकार लगाई थी। शासन ने विभाग को प्रस्तावित सर्किल रेट्स के निर्धारण से पहले जनसामान्य से सुझाव और आपत्तियां मांगी हैं। फिलहाल आपत्तियों में सर्किल रेट्स को कम करने की मांग की गई है। डीएम समीर वर्मा के साथ विभाग जल्द ही बैठक कर प्रस्तावित सूची का प्रकाशन करेगा।

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ये है कीमत

स्थान सर्किल रेट

(प्रति वर्ग मी.)

जीआईसी तिराहा 75 हजार रुपए

जीआईसी रोड 70 हजार रुपए

बच्चा पार्क-हापुड़ अड्डा 65 हजार रुपए

बाउंड्री रोड 60 हजार रुपए

पीएल शर्मा रोड 58 हजार रुपए

हापुड़ रोड 55 हजार रुपए

ईस्टर्न कचहरी रोड 55 हजार रुपए

एनएसए कॉलेज 54 हजार रुपए

बेतहाशा हुई वृद्धि

-कमिश्नरी चौराहे से जेल चुंगी तक सर्किल रेट्स को 42 हजार प्रति वर्ग मीटर से बढ़ाकर 55 हजार रुपए कर दिया गया।

ये है दरों को हाल

स्थान पूर्व दरें बढ़ाकर

बेगमबाग (एमडीए) 55 हजार 60,600

बेगमबाग 36 हजार 40 हजार

सूर्यनगर 26 हजार 28 हजार

फूलबाग कॉलोनी 20 हजार 22 हजार

जागृति विहार 24 हजार 26,400

छिपी टैंक 29 हजार 32 हजार

असौड़ा हाउस 32 हजार 35,500

नोट:-दरें प्रति वर्गमीटर

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सर्किल रेट्स कम करने की मांग

एडीएम फाइनेंस गौरव वर्मा के निर्देशन में सर्किल रेट्स को रिवाइज करने का काम चल रहा है। एडीएम फाइनेंस, तहसील प्रशासन और एआईजी स्टांप कार्यालय में आए सुझावों में सर्किल रेट्स को कम करने की मांग की गई है तो वहीं कई लोगों ने बेतहाशा सर्किल रेट्स पर विरोध जताया है। आपत्तियों की जानकारी विभाग ने शासन को दे दी है।

वर्जन

सर्किल रेट्स में 25 से 50 प्रतिशत तक की बढोत्तरी हुई है। बाजार भाव और सर्किल रेट्स में बड़ा अंतर है, आज जिस प्रॉपर्टी को हम 1 लाख के रेट्स में बेचने लिए तैयार हैं उसकी सर्किल रेट्स के हिसाब से 1.5 लाख है।

अतुल गुप्ता, रीयल एस्टेट कारोबारी

बेतहाशा सर्किल रेट्स ने रीयल एस्टेट को रसातल में ले जाकर छोड़ा है।

सुनील तनेजा, अंसल हाउसिंग

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वित्तीय वर्ष में सर्किल रेट्स को रिवाइज करने का काम शासन के निर्देश पर हो रहा है। आपत्तियां और सुझाव की जानकारी शासन को दी गई है।

संजय श्रीवास्तव, एआईजी स्टांप, मेरठ

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शासन की मंशा रीयल एस्टेट को उबारने के साथ-साथ प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त बढ़ाना है। इस बार सर्किल रेट्स को रिवाइज करने के बाद ही प्रपोज्ड रेट्स जारी किए जाएंगे।

गौरव वर्मा, एडीएम फाइनेंस, मेरठ

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कुछ ऐसी आई आपत्तियां

-मेरठ के नवविकसित क्षेत्र जागृति विहार, जागृति विहार एक्सटेंशन, शताब्दीनगर आदि का सर्किल रेट्स घटाया जाए।

-शहर के प्रमुख क्षेत्रों, जैसे -बेगमबाग, हापुड़ रोड, गढ़ रोड पर कामर्शियल रेट्स अनाप-शनाप हैं। मार्केट रेट्स से सर्किल रेट्स में बड़ा अंतर है।

-मवाना रोड, सरधना रोड पर एग्रीकल्चर लैंड के रेट्स अन्य स्थानों से कई गुना अधिक हैं।

-एग्रीकल्चर लैंड के सर्किल रेट्स को घटाने की आवश्यकता है।

-पांडव नगर, साकेत, यूनीवर्सिटी रोड की पॉश कॉलोनियों में सर्किल रेट्स लगातार बढ रहे हैं। प्रॉपर्टी की री-रेलिंग बंद है।