-अरवल का रहने वाला है आरोपी धुनाई कर पुलिस को सौंपा

स्ढ्ढङ्खन्हृ/क्कन्ञ्जहृन्: रघुनाथपुर थाना के प1का खुजवां में मंगलवार की सुबह दामाद ने सास जुबैन निशा (50) और मौसेरे साले अरमान अंसारी (26) को दहेज के लिए गोली मार दी। परिजनों ने घायलों को सिवान सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां से पीएमसीएच रेफर किया गया। वहीं परिजनों ने आरोपी दामाद एहसानुल्लाह अंसारी (28)की धुनाई कर पुलिस को सौंप दिया। वह अरवल जिला के कलेर थाना के अग्नूर का रहने वाला है। उसके पास से दो कट्टा और एक ¨जदा कारतूस, एक खोखा तथा एक मोबाइल मिला है।

अल सुबह पहुंचा था आरोपी

घायल जुबैन निशा ने सिवान सदर अस्पताल में अपने बयान में पुलिस को बताया कि दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर दामाद ने गोली मारी है। दामाद घर के पास घात लगाए बैठा था। जैसे ही अरमान दरवाजा खोल कर घर से निकला तो उसे गोली मार दी। आवाज सुन कर दरवाजे पर पहुंची तो मुझे भी गोली मार दी। मैं वहीं गिर गई। बताया गया कि आरोपी दामाद अल सुबह पहुंचा उस समय सुसराल में अंदर का दरवाजा 5ाी नहीं 2ाुला था। दामाद घात लगाए थे और निकलते ही घटना को अंजाम दिया।

बेटे को गोद देने को लेकर विवाद

आरोपी एहसानुल्लाह अंसारी के अनुसार खुजवां के जलील अहमद की बेटी डेजी खातून उर्फ साईन परवीन से निकाह 15 अप्रैल 2015 को धूमधाम से हुआ था। समय बीतने के साथ दोनों से एक बेटा भी हुआ। ससुराल में कहासुनी के बाद पत्नी मायके में रह रही है। डेजी का कहना है कि बेटा उसके बड़े भाई शहजाद अली को दे दिया जाए। पहली औलाद होने के नाते इसे मना कर रहा था। वह बेटा मायके में अपने भाई को देने की जिद पर अड़ी है।

अस्पताल में हुई थी शादी की बात

डेजी खातून और एहसानुल्लाह अंसारी की शादी की बात पटना के एक अस्पताल में आगे बढी। दोनों परिवार के सदस्य इलाज करा रहे थे। वहीं पर दोनों की मुलाकात हुई। फिर दोनों के परिजन की रजामंदी से निकाह हुआ।