RANCHI : लेफ्टिनेंट कर्नल संकल्प शुक्ला को मरणोपरांत शौर्य चक्र से नवाजा जाएगा। सोमवार को रिपब्लिक डे के मौके पर नई दिल्ली में आयोजित होनेवाले समारोह में राष्ट्रपति डॉ प्रणब मुखर्जी के हाथों यह सम्मान मिलेगा। रांची के जाबांज शहीद की पत्नी डॉ प्रिया शुक्ला ने बताया कि संकल्प ने देश की सेवा के लिए अपनी शहादत दे दी। उन्होंने पूरी शिद्दत के साथ अपनी ड्यूटी की थी। सरकार उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित करने जा रही है।

छह आतंकियों को किया था ढेर

पिछले साल पांच दिसंबर को जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में मुठभेड़ के दौरान लेफ्टिनेंट कर्नल संकल्प शुक्ला ने छह आतंकवादियों को ढेर कर दिया था। 24 पंजाब रेजिमेंट के इस जांबाज ने अपने दो हवलदार सुभाष चंद्र व नायक गुरमैल सिंह के साथ शहादत देकर 190 लोगों की जान बचाई थी। इस जांबाज ने आतंकियों के मंसूबे पूरे नहीं होने दिए और मुठभेड़ में पाकिस्तान के छह आतंकी मारे गए थे।

शहीद को भूल गई सरकार : पिता

शहीद संकल्प शुक्ला के पिता एसके शुक्ला ने कहा कि जिसकी शहादत पर पूरे देश को गर्व है, उस शहीद को उचित सम्मान देना झारखंड सरकार भूल गई। शहीद के परिवार को एक सामान्य निमंत्रण पत्र। यह कैसा प्रोटोकॉल, यह कैसा सम्मान। सरकार के इस रवैये से काफी ठेस लगी है। ऐसे में वे और उनके परिवार का कोई भी सदस्य रिपब्लिक डे पर मोरहाबादी मैदान में होनेवाले समारोह में शामिल नहीं होगा।

15 स्वतंत्रता सेनानी हुए सम्मानित

गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 15 स्वतंत्रता सेनानियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। दुमका में आयोजित प्रोग्राम में मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी की लड़ाई में इनका अहम योगदान रहा था। झारखंड की धरती के वीर-सपूतों ने स्वतंत्रता के आंदोलन में बढ़-चढ़कर भगा लिया था। ऐसे में स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मान देना देश को सम्मान देना है। नई पीढ़ी को इन स्वतंत्रता सेनानियों से प्रेरणा लेकर राज्य और देश सेवा में तत्पर रहना चाहिए।