छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : रेलवे ट्रेनों को समय पर चलाने के लाख दावे करे, लेकिन हकीकत इसके विपरित है। रेलवे डिपार्टमेंट के सारे दावे खोखले साबित हो रहे हैं। राजेन्द्रनगर वाया टाटा होते हुए दुर्ग तक चलने वाली साउथ बिहार एक्सप्रेस पिछले एक महीने से रोज अपने निर्धारित समय से घंटों देर से टाटानगर स्टेशन पहुंच रही है। साउथ बिहार की ही तरह छपरा-टाटा एक्सप्रेस भी रोजाना घंटों विलंब से पहुंच रही है। रविवार को भी यह ट्रेन अपने निर्धारित समय सुबह 6.40 की बजाय करीब छह घंटे विलंब से दोपहर 12.30 बजे के बाद टाटानगर स्टेशन पहुंची।

12.30 में पहुंची राजधानी

वहीं नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी सुपरफास्ट ट्रेन करीब दो घंटे विलंब से दोपहर 12.30 बजे के बाद पहुंची। शनिवार को साउथ बिहार एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से चार घंटे से भी ज्यादा विलंब से दोपहर बारह बजे के बाद टाटा पहुंची थी। यह ट्रेन पिछले एक माह से रोजाना घंटों विलंब से टाटानगर पहुंच रही है।

पैसेंजर्स हैं परेशान

रेलवे के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक राजेन्द्रनगर टर्मिनल पर पुल के निर्माण को लेकर यह ट्रेन विलंब से खुल रही है। पुल निर्माण होने तक यह सिलसिला जारी रहेगा। इधर साउथ बिहार एक्सप्रेस के रोजाना विलंब होने से यात्री परेशान हैं।