- पांच बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं भगवत सरन गंगवार

BAREILLY: नवाबगंज सीट से सपा विधायक भगवत सरन गंगवार ने सैटरडे को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। भगवत सरन गंगवार नवाबगंज से पांच बार विधायक चुने जा चुके हैं। शिवपाल यादव ने भगवत सरन गंगवार का टिकट काट दिया था, लेकिन अखिलेश ने एक बार फिर उन्हें नवाबगंज विधानसभा क्षेत्र से चुनावी रण में उतारा है। भगवत सरन के अलावा दो निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपना नामांकन सैटरडे को दाखिल किया। वहीं दो दर्जन से अधिक नामांकन फार्म बिके। बहेड़ी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की सीमा खान और शहर से बीजेपी के उम्मीदवार डॉ। अरुण कुमार ने भी सैटरडे को नामांकन पत्र खरीदा।

भगवत को मिलेगी चुनौती

नवाबगंज सीट पर इस बार रोमांचक मुकाबला देखने को मिलेगा। क्योंकि इस बार एक ही गांव के तीन प्रत्याशी बसपा से वीरेंद्र गंगवार, भाजपा से केसर सिंह और सपा से भगवत सरन गंगवार उम्मीदवार हैं। वहीं नवाबगंज नगर पालिका चेयरमैन शहला ताहिर अब सपा का दामन छोड़ आईएमसी का दामन थाम चुकी हैं। ऐसे में इस विधानसभा सीट से कौन जीतेगा कुछ कह पाना आसान नहीं है।

भगवत शरण का राजनीतिक इतिहास

राम मंदिर लहर के दौरान 1991 और 1993 में हुए विधानसभा चुनाव में भगवत सरन गंगवार बीजेपी से विधायक चुने गए। 1996 में सपा के छोटेलाल गंगवार ने भगवत सरन को हराकर सीट पर कब्जा जमाया। 2002 के चुनाव में भगवत सरन गंगवार कमल का साथ छोड़ कर साइकिल पर सवार हुए और 2002, 2007 और 2012 में जीत की हैट्रिक लगाई। 2012 में चुनाव जीतने के बाद भगवत सरन प्रदेश सरकार में स्वतन्त्र प्रभार के मंत्री भी बनाए गए थे।

बीजेपी के प्रत्याशी 23 से करेंगे नामांकन

शहर विधायक एवं भाजपा प्रत्याशी डॉ। अरुण कुमार शहर सीट से 27 जनवरी को नामांकन करेंगे। वहीं कैंट विधायक राजेश अग्रवाल 23 जनवरी को नामांकन दाखिल करेंगे। आंवला सीट से विधायक धर्मपाल सिंह 25 जनवरी को नामांकन करेंगे।