एसपी नेता ने ऐसे की सिफारिश
अपने सिफारिशी पत्र में सपा नेता ने लिखा कि मुंबई बम धमाके के मामले में याकूब के साथ उसकी पत्नी को भी गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद फिलहाल  राहीन को बरी कर दिया गया था। इसके बावजूद वह कई सालों तक कई सालों तक जेल में रही। उन्होंने अपने पत्र में संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि कितनी तकलीफ सही होगी उसने। उन्होंने कहा कि समाजवादियों की एक खूबी है कि मन में जो बात रहे, उसे कहना जरूरी है। मुलायम सिंह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आप हमारे नेता हैं वह भी समाजवादी जिन्होंने मजलूम और असहाय लोगों का हमेशा साथ दिया है। आज उन्हें राहीन याकूब मेमन असहाय लग रही है। इस देश में कितने असहाय होंगे, जिनकी लड़ाई सपा के लोगों को लड़नी है। मुसलमान भी आज अपने आपको असहाय समझ रहा है। उनका भी साथ देना होगा।

वीडियो भी किया गया शूट
गौरतलब है कि 30 जुलाई को नागपुर की सेंट्रल जेल में याकूब को फांसी दे दी गई। इसके बाद उसके जनाजे पर मुंबई पुलिस की सख्त नजर थी। दरअसल उसके जनाजे में अपराधियों के आने की आशंका जताई जा रही थी। इसको ध्यान में रखते हुए पुलिस ने उसके जनाजे का वीडियो भी शूट करवाया। मेमन के परिवार वालों ने उसे मुंबई के बड़ा कब्रिस्तान में दफनाया।

अब पुलिस की नजर वीडियो फुटेज पर
याकूब के लिए माहिम दरगाह पर दुआ पढ़ी गई। उसके बाद उसे मरीन लाइंस के बड़ा कब्रिस्तान के पास दफनाया गया। उसको दफनाने के वक्त हजारों लोगों की भीड़ थी। पुलिस को इस बात की आशंका थी कि जनाजे में कई अपराधी आए होंगे। इसके चलते पुलिस ने जनाजे का वीडियो भी बनवाया। जनाजे के बाद पुलिस अब उस वीडियो की फुटेज को खंगाल रही है। याकूब के जनाजे में करीब दस हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ थी। एक अंग्रेजी अखबार की मानें तो मेमन को फांसी दिए जाने से पहले मुंबई पुलिस ने आपराधिक रिकॉर्ड रखने वाले 526 लोगों को हिरासत में ले लिया था।

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