- गुजरात में पांच सीटों पर लड़ेगी चुनाव, अखिलेश जाएंगे प्रचार करने

- भाजपा को हराने के लिए बाकी सीटों पर कांग्रेस का समर्थन करेगी सपा

- इलाहाबाद विश्वविद्यालय व कॉलेजों के विजयी पदाधिकारियों से की मुलाकात

LUCKNOW :

यूपी में मिली करारी शिकस्त का बदला लेने को समाजवादी पार्टी ने पीएम नरेंद्र मोदी को उनके ही गढ़ गुजरात में चुनौती देने का फैसला लिया है। सपा गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव में पांच सीटों पर अपने प्रत्याशियों को उतारेगी। ये पांचों सीटें ऐसी हैं जहां सपा का पहले से जनाधार है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पार्टी प्रत्याशियों का प्रचार करने गुजरात भी जाएंगे। बाकी सीटों पर सपा ने कांग्रेस को समर्थन देने का निर्णय भी लिया है। भाजपा को हराने के लिए अखिलेश बाकी दलों के प्रत्याशियों के पक्ष में चुनाव प्रचार करने की तैयारी में हैं। अखिलेश ने इस बाबत कहा कि हम सभी सीटों पर पार्टी प्रत्याशी उतार कर लड़ाई को कमजोर नहीं करना चाहते।

पाटीदारों में गहरी पैठ

मालूम हो कि गुजरात के कुछ जिलों में समाजवादी पार्टी ने पिछले तीन सालों के दौरान निकाय चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया है। खासकर पाटीदार बाहुल्य इलाकों में सपा को कई सीटों पर जीत हासिल हुई थी जिसकी वजह से पार्टी का हौसला बढ़ा है और वह हिमाचल प्रदेश के अलावा अब गुजरात में भी अपनी सियासी पैठ बढ़ाने की फिराक में है। सोमवार को अखिलेश ने पत्रकारों से बातचीत में भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि अहमदाबाद में पिछले क्0 साल से मेट्रो नहीं बन सकी। हमने एक्सप्रेस वे बनाया जिसमें फाइटर प्लेन उतारे गये लेकिन, हमें राष्ट्रवादी नहीं माना जाता है। तंज कसा कि बीजेपी तो ईमानदार पार्टी है, बेईमान तो हम-आप हैं। कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने दीपावली अपने घर पर नहीं मनाई। मैंने भी मिलेट्री स्कूल के अपने ऐसे जूनियर और सीनियर साथियों जो सीमा पर तैनात हैं, उनसे मुझे बुलाने को कहा है ताकि मुझे भी फोटो खिंचवाने का मौका मिल सके। मुझे तो ताजमहल के सामने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फोटो देखने का इंतजार है। अगर एनजीटी ने समय पर अनुमति दी होती तो ताजमहल के आसपास का इलाका भी हम बेहद खूबसूरत बना देते।

छात्रसंघ के पदाधिकारियों से मिले

इस अवसर पर अखिलेश ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी व अन्य कॉलेजों में छात्रसंघ चुनाव में समाजवादी छात्रसभा के पदाधिकारियों को भी बुलाया था। अखिलेश के सामने छात्रसंघ के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों ने अपने विचार भी व्यक्त किए। उन्होंने अखिलेश को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में आने का आमंत्रण भी दिया ताकि छात्र-छात्राओं का हौसला बढ़ाया जा सके। वहीं अखिलेश ने भी जल्द राजधानी में युवाओं का बड़ा सम्मेलन बुलाए जाने की बात कही।

मुख्यमंत्री को बोले अपशब्द

प्रेसवार्ता के दौरान इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के एक पूर्व पदाधिकारी ने सीएम योगी आदित्यनाथ को अपशब्द कहे जिसके बाद अखिलेश ने अपने संबोधन के दौरान इन शब्दों को वापस लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि नौजवान साथी के मुंह से कुछ गलत शब्द निकल गये लेकिन, प्रदेश में छात्रों के साथ कैसा व्यवहार हो रहा है, यह किसी से छिपा नहीं है।

अब लड़ाई मोदी बनाम अखिलेश

इस अवसर पर विधानसभा में नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी ने कहा कि अब लड़ाई मोदी बनाम अखिलेश हो गयी है। छात्रों की ताकत के बदौलत ख्0क्9 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी का सबक सिखाना है। वहीं पूर्व मंत्री अहमद हसन ने कहा कि अब हमारी लड़ाई झूठ बोलने वालों से है। उन्होंने कहा कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने कई बार मेरे सामने अखिलेश को नसीहत दी लेकिन उन्होंने कभी पलटकर जवाब नहीं दिया।