बीएचयू के इंटर फैकल्टी यूथ फेस्टिवल में निकली सांस्कृतिक यात्रा

-यात्रा में शामिल टीमों ने दर्शाया देश के प्रति गंभीर सोच

VARANASI

युवा दिलों ने धड़कना शुरू किया और उसकी गूंज 'स्पंदन' बनकर बीएचयू कैंपस में गूंज उठी। हर ओर उल्लास और उमंग का माहौल, उदासी के लिए कोई जगह नहीं थी। मौका था बुधवार को बीएचयू के इंटर फैकल्टी यूथ फेस्टिवल 'स्पंदन' के औपचारिक उद्घाटन का। परंपरा का निर्वाह करते हुए सांस्कृतिक यात्रा निकाली गयी। यात्रा में शामिल अलग-अलग इंस्टीट्यूट व फैकल्टी के स्टूडेंट्स का जोश परवाज भरताजर आया।

तीन मिनट में क दी बात

सांस्कृतिक यात्रा में हर तरफ ढोल नगाड़ों की थाप पर झूमते स्टूडेंट्स बीएचयू के कण-कण को स्पंदित करते रहे। अपनी-अपनी फैकल्टीज और कॉलेजेज का बैनर थामे कल्चरल प्रोसेशन के लिए एम्फिथिएटर ग्राउंड के एक छोर पर जमा हुए। वहां से यात्रा शुरू हुई और इसी के साथ शुरू हुआ स्टूडेंट्स की समृद्ध कल्पना का एक ऐसा शो जिसमें स्टूडेंट्स ने अपने समाज के और देश के प्रति गंभीर सोच का प्रदर्शन किया। दिए गए पांच विषय स्वच्छ भारत, कौशल विकास, मेक इन इण्डिया, गौ रक्षा और रंग दे बसंती पर पार्टिसिपेंट्स ने रचनात्मक और रोचक प्रस्तुति देकर लोगों का मन मोह लिया। सर्वाधिक प्रस्तुतियां 'रंग दे बसंती' और स्वच्छ भारत विषय पर हुई। सबसे बेहतर का चुनाव करने की जिम्मेदारी प्रो। कल्पलता पाण्डेय, प्रो। सरोज चूडामणि गोपाल व प्रो। श्रद्धा सिंह ने निभायी। प्रोसेशन में हर टीम को अपनी बात कहने के लिए तीन मिनट का समय दिया गया था।