- वीडियो कांफ्रेसिंग में अपर मुख्य सचिव ने सभी मंडलायुक्तों को दिये निर्देश

- भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्रों की सुरक्षा पर विशेष नजर रखें डीएम और कमिश्नर

ALLAHABAD: सूबे में पहली बार परिषदीय स्कूलों में सहायक अध्यापकों के पदों पर होने वाली शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए है। सोमवार को अपर मुख्य सचिव राज प्रताप सिंह, सचिव मनीष और सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी डॉ। सुत्ता सिंह ने सभी मंडलों के मंडलायुक्तों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने जिलों के डीएम और कमिश्नर से प्रश्नपत्रों की सुरक्षा को पुख्ता बनाने के लिए हर संभव कदम उठाने का निर्देश दिया। जिससे परीक्षा की सुचिता को बनाया जा सके। इसके साथ ही शिक्षक भर्ती के आयोजन की जिम्मेदारी स्टेटिक मजिस्ट्रेट को दी गई है। इसके साथ ही सभी मंडलों में परीक्षा के लिए पर्यवेक्षक लगाए गए है।

एसटीएफ भी रखेगी पैनी नजर

शिक्षक भर्ती परीक्षा के दौरान शिक्षा माफियाओं पर नकेल कसने और परीक्षा में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए प्रशासन की तरफसे एसटीएफ की मदद भी ली जाएगी। इस बारे में सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी डॉ। सुत्ता सिंह ने बताया कि शासन की तरफ से परीक्षा की सुचिता बनाने और सुरक्षा को ध्यान में देखते हुए हर संभव कदम उठाने का निर्देश दिया है। इसके लिए आवश्यकता पड़ने पर एसटीएफ की भी मदद ली जाएगी। इसके साथ ही सभी परीक्षा केन्द्रों पर इलेक्ट्रानिक डिवाइस को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया गया है। वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान मेरठ समेत कुछ मंडलों के कमिश्नर मौजूद नहीं रहे। जिस पर अपर मुख्य सचिव ने नाराजगी जाहिर करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह उक्त कमिश्नरों को तत्काल बात करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षक भर्ती परीक्षा मंडल मुख्यालयों पर आयोजित होनी है। ऐसे में मंडलायुक्तों को पूरी परीक्षा के दौरान लीड करना है। इस दौरान कई जिलों के कमिश्नर और डीएम ने बताया कि परीक्षा केन्द्रों के व्यवस्थापकों की मीटिंग के लिए सात से नौ मार्च के बीच की तिथि निर्धारित की गई है। जहां उन्हें परीक्षा की तैयारियों और सुरक्षा आदि का निर्देश दिया जाएगा।