- यूपीटीयू के कई कॉलेजों की करीब 80 प्रतिशत सीटें खाली

LUCKNOW: सरकारी और गैर सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन की काउंसिलिंग से पहले रजिस्ट्रेशन होंगे। इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी (यूपीटीयू) की ओर से स्पेशल काउंसिलिंग आयोजित की जाएगी। जिसके तहत पांच और छह अगस्त को रजिस्ट्रेशन होंगे, इसके बाद सात और आठ अगस्त को च्वाइस फिलिंग कराई जाएगी। साथ ही कॉलेज और उनकी ब्रांच वाइज सीटों के विकल्प लॉक किए जाएंगे। माना जा रहा है कि दस अगस्त को एडमिशन के एलॉटमेंट लेटर जारी किए जाएंगे।

अभी भी करीब एक लाख सीटें खाली

यूपीटीयू से एफिलेटेड सरकारी, गैर सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों की खाली सीटें दूसरे चरण की ऑनलाइन काउंसिलिंग से भरी जाएंगी। जिसके लिए शेड्यूल जारी कर दिया गया है। वहीं ऑनलाइन काउंसिलिंग 5 से 10 अगस्त के बीच होगी। यूपीटीयू से संबद्ध इंजीनियरिंग कॉलेजों, जिनकी सीटें दूसरे चरण की काउंसिलिंग से भरी जाएंगी, इन कॉलेजों में बीटेक की 80 फीसदी सीटें खाली हैं। इन सबके इतर एमबीए, एमसीए, बी फार्मेसी, एम फार्मेसी, एमटेक, बी.आर्किटेक्चर और होटल मैनेजमेंट की सीटें भी नहीं भरी जा सकी हैं। सूत्रों के मुताबिक यूपी में इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट के यूजी और पीजी क्लासेस की लगभग एक लाख सीटें खाली है। इन्हें काउंसिलिंग से भरने की कोशिश की जा रही है.जानकारी के मुताबिक यदि सीटें नहीं भरीं तो एडमिशन का सीधा विकल्प दिया जाएगा।

वेबसाइट पर होगा ब्योरा

ऑनलाइन काउंसिलिंग के लिए यूपीटीयू की वेबसाइट www.upsee.nic.in ख्0क्भ् उपलब्ध है। साथ ही काउंसिलिंग से संबंधित ब्यौरा जल्द ही वेबसाइट पर उपलब्ध करा दिया जाएगा.माना जा रहा है कि काउंसिलिंग में शामिल होने वाले कैंडीडेट्स क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और ई-चालान के जरिए फीस जमा करा सकेंगे।

जेईई मेन की काउंसिलिंग फ्लॉप

यूपीटीयू से संबद्ध निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों की बीस फीसदी सीटें ज्वाइंट एंट्रेंस टेस्ट जेईई मेन के थ्रू भरी जानी थीं। जिसके लिए काउंसिलिंग भी हुई लेकिन ज्यादा स्टूडेंटों ने एडमिशन नहीं लिया। एडमिशन के लिए किसी कॉलेज में पंद्रह स्टूडेंट आए तो किसी में बीस। यूपीटीयू को उम्मीद थी कि जेईई मेन से सीटें भर जाएंगी, जो कि गलत साबित हुई।

यूपीटीयू से संबद्ध इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कॉलेजों में करीब दो लाख सीटें हैं। जो सीटें खाली हैं, उन्हें भरने की दूसरी काउंसिलिंग पांच अगस्त से कराई जाएगी। इसका शेड्यूल भी जारी कर दिया गया है। सीटें भरने में सफलता नहीं मिली तो एडमिशन का सीधा विकल्प खोला जा सकता है।

प्रो। जगवीर सिंह, एसईई कोऑडिनेटर