-जर्जर ट्रैक और मरम्मत का कार्य ट्रेनों के विलंब का कारण

BAREILLY:

स्टापेज टाइम में कटौती कर रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन ट्रेनों को स्पीडअप करने जा रहा है। इससे ट्रेनों की टाइमिंग में सुधार के आसार तो नहीं दिख रहे हैं, क्योंकि समय में कटौती कर रेलवे 20 से 30 मिनट तो बचा रहा है, लेकिन ट्रेनें 8 से 10 घंटे डिले चल रही हैं। ऐसे में, स्टापेज टाइम में कटौती के फॉमूले से पैसेंजर्स की प्रॉब्लम्स जरूर बढ़ने वाली हैं।

ट्रेन संख्या - मिनट स्पीड अप - विलंब घंटे

19402 - 5 - 4-6

15038 - 20 - 2-3

14616 - 30 - 6-7

15060 - 20 - 4-5

15042 - 5 - 3-4

13168 - 5 - 2-3

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नोट - यह ट्रेनें एवरेज इतने घंटे लेटलतीफ चल रही हैं। दिन के हिसाब से ट्रेनों के रनिंग समय में अंतर हो सकता है।

एक नजर ट्रेनों के लेट होने का कारण

- 15 वर्ष पहले ही गुजर गई है जंक्शन के रेलवे टै्रक की मियाद।

- 10 से 30 के कॉशन से चल रही है एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनें।

- समय के साथ ट्रेनें बढ़ीं, लेकिन कई जगहों पर रेलवे लाइनों का दोहरीकरण नहीं हुआ।

- ट्रैक की मरम्मत का चल रहा है कई जगहों पर काम।

- फर्जी सूचनाएं, चेन पुलिंग भी ट्रेनों के विलंब का बन रही कारण।

डीआरएम को भी मिली कमियां

एनआर मुरादाबाद डिवीजन के डीआरएम एके सिंघल ने सैटरडे को मुरादाबाद, रामपुर और जंक्शन स्टेशन तक का ट्रैक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डीआरएम को कई सारी खामियां मिलीं। ट्रैक से जगह-जगह पेंड्रोल क्लिप गायब मिली। साथ ही ट्रैक को स्लीपर को जोड़ने वाले नट-बोल्ट भी कई जगह से गायब थे। यहीं नहीं जॉगल प्लेट में लगने वाली नट भी गई जगह नहीं थे। जिस पर डीआरएम ने ट्रैकमैन और इंजीनियर को जमकर फटकार लगाई और ट्रैक पर जो भी खामियां दिखी उसे तत्काल प्रभाव से दूर करने की बात कही।

ट्रैक की मरम्मत की वजह से ट्रेनों के संचालन पर असर पड़ रहा है। सबसे अधिक असर लम्बी दूरी की ट्रेनों पर पड़ा है। ट्रैक की मरम्मत हो जाने के बाद स्पीड अप का फायदा यात्रियों को मिलने लगेगा।

एके सिंघल, डीआरएम, एनआर मुरादाबाद डिवीजन

ट्रेनों के विलंब से चलने काफी दिक्कत होती है। मेरा गारमेंट्स का बिजनेस है। सारा माल दिल्ली और हरियाणा से आता है। मेरा बिजनेस भी प्रभावित होने लगा है।

शानू काजमी, बिजनेसमैन