टीजीटी 2013 वाणिज्य विषय के जारी परिणाम लिस्ट में सफल अभ्यर्थियों के नाम शामिल, प्राप्तांक गायब

माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की कार्य नीति पर अंगुली उठा रहे हैं नाराज अभ्यर्थी

ALLAHABAD: अपनी कार्य नीति से अक्सर विवादों में रहे माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड पर एक बार फिर अंगुलियां उठने लगी हैं। इस बार का मामला कुछ हट करके है। चयन बोर्ड ने टीजीटी 2013 वाणिज्य विषय का फाइनल रिजल्ट अभ्यर्थियों के नाम से जारी करके सलेक्टेड लोगों को कॉलेजों का अलाटमेंट कर दिया है। इसकी बाकायदा लिस्ट भी जारी कर दी गई। मगर चयनित किस अभ्यर्थी को कितने मॉ‌र्क्स मिले हैं अभी तक इसकी कोई सूची जारी नहीं की गई। जबकि अन्य विषयों के मॉ‌र्क्स पहले ही बोर्ड ने जारी कर दिए गए हैं। अभ्यर्थी इसे खेल मानते हुए चयन बोर्ड के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में हैं। एक सप्ताह पहले वाणिज्य विषय का परिणाम जारी होने के बाद असफल अभ्यर्थी अपने मॉ‌र्क्स को जानने की कोशिश में परेशान हैं। अभ्यर्थियों के आरोप हैं कि बरती गई गड़बड़ी के कारण ही बोर्ड अंक छिपाने का प्रयास कर रहा है।

37 अभ्यर्थी हुए हैं चयनित

अभ्यर्थियों की मानें तो वाणिज्य विषय के लिए कुल 37 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। चयन बोर्ड इन अभ्यर्थियों को बुलाकर नौ फरवरी को विद्यालय तक आवंटित कर दिया है। मगर बोर्ड यह सार्वजनिक नहीं कर रहा है कि किस सफल और असफल अभ्यर्थी को लिखित परीक्षा और साक्षात्कार में कितने अंक मिले हैं। दबी जुबान वे बताते हैं कि वाणिज्य विषय में 42 पदों के सापेक्ष आवेदन मांगे गए थे। लेकिन चयन होते-होते इन पदों की संख्या घटा कर 37 कर दी गई। अभ्यर्थी सवाल उठा रहे हैं कि यदि चयन बोर्ड ने कोई गलती नहीं की तो आखिर प्राप्तांक जारी करने में उसे दिक्कत क्यों हो रही है। कहना है कि चयन बोर्ड ने ही वाणिज्य के बाद टीजीटी गणित एवं कला का अंतिम परिणाम जारी किया है। इन में बाकायदे प्राप्तांक भी घोषित किए गए हैं। इन तमाम स्थितियों को देखते हुए अभ्यर्थी काफी गर्म मूड में नजर आ रहे हैं। गौरतलब है कि वाणिज्य विषय की लिखित परीक्षा आठ फरवरी 2015 को हुई थी। बोर्ड ने लिखित परीक्षा का परिणाम नौ जुलाई 2016 को जारी किया, उसमें 199 अभ्यर्थी चयनित हुए। इसके बाद 29 एवं 30 सितंबर 2016 को ही साक्षात्कार हुआ। चयन बोर्ड ने इसका अंतिम परिणाम बीते 31 जनवरी को जारी किया। इसमें सामान्य वर्ग के 18, पिछड़ा वर्ग के 10, अनुसूचित जाति के सात एवं बालिका संवर्ग में दो का चयन किया गया।

वर्जन

रिजल्ट में गड़बड़ी की आशंका पूरी तरह गलत है। लेकिन प्राप्तांक वेबसाइट और कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर क्यों चस्पा नहीं किए गए हैं? इस पर वह पूछताछ जरूर करेंगी। परिणाम घोषित हो चुका है। इसलिए प्राप्तांक जारी करने में कोई दिक्कत नहीं है। जल्द ही सभी इसे देख सकेंगे।

रूबी सिंह

सचिव मा.शि। सेवा चयन बोर्ड