- राजधानी के 66 सेंटर्स पर आयोजित की गई एसएससी का एग्जाम

- करीब 58 हजार कैंडीडेट्स हुए एग्जाम में शामिल

- कई सेंटर्स पर स्टूडेंट्स को एग्जाम देने से रोका, जमकर हंगामा

LUCKNOW: स्टॉफ सिलेक्शन कमीशन एसएससी की ओर से संडे को रिक्रूटमेंट ऑफ के लिए जनरल ड्यूटी जीडी का एग्जाम आयोजित किया गया। इस एग्जाम में कुल 96.66 परसेंट कैंडीडेट्स शामिल हुए। यह एग्जाम दो शिफ्ट में सुबह दस से 12 बजे व दो बजे से चार बजे तक आयोजित किया गया। दो पालियों में हुई इस परीक्षा में कुल 61133 कैंडीडेट्स को शामिल होना था। एसएससी के आरओ जेपी गर्ग ने बताया कि दोनों पालियों को मिलाकर कुल 58 हजार 840 कैंडीडेट्स ने एग्जाम दिया। एग्जाम के लिए राजधानी में कुल 66 सेंटर्स पर आयोजित किए गए।

जीएस रही सबसे टफ

एग्जाम में शामिल हुए कैंडीडेट्स के मुताबिक इस बार जीएस का सेक्शन सबसे टफ रहा। परीक्षार्थी अनिरुद्ध के मुताबिक इस बार जीएस में करंट अफेयर का एक भी सवाल नहीं आया। वहीं विनोड कुमार ने बताया कि जीएस में इकॉनमिक्स, बॉयोलॉजी जियॉग्रफी और हिस्ट्री समेत हर पार्ट से सवाल पूछा गया था जो काफी मुश्किल था। संचित मेहरा ने बताया कि मैथ में इस बार लाभ हानि के सबसे अधिक सवाल आए थे जो काफी मुश्किल थे। वहीं हिंदी के सेक्शन के कुछ सवाल कैंडीडेट्स को काफी मुश्किल लगे।

कई सेंटर्स पर कैंडीडेट्स ने किया हंगामा

वहीं संडे को एसएससी एग्जाम के दौरान सेंटर्स पर एंट्रीं न देने से नाराज स्टूडेंट्स ने सेंटर्स पर जमकर हंगामा किया। गाजीपुर थाना अंतर्गत वरदान इंटर कॉलेज में सुबह निर्धारित समय से सेंटर पर देर से पहुंचने पर कैंडीडेट्स को एग्जाम देने से रोक दिया गया। जिसे नाराज कैंडीडेट्स ने सेंटर के बाहर जमकर हंगामा करना शुरू कर दिया। कैंडीडेट्स के हंगामे की सूचना स्कूल प्रशासन ने पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से नाराज कैंडीडेट्स को शांत कराया। इसी तरह रकाबगंज स्थित ललिता शास्त्री इंटर कॉलेज में कैंडीडेट्स को नौ बजे के बाद सेंटर में एंट्री करने से रोका गया। नाराज कैंडीडेट्स का कहना था कि साढ़े नौ बजे से पहले ही एंट्री बंद कर दी गई। उसी तरह चौक स्थित अग्रसेन इंटर कॉलेज में कैंडीडेट्स को नौ बजे के बाद सेंटर पर एंट्री देने से रोक दिया गया। नाराज कैंडीडेट्स का कहना था कि सेंटर उनके एडमिट कार्ड पर नौ बजे से एंट्री करने की बात लिखी हुई है। इसके बाद भी उन्हें नौ बजे के बाद सेंटर पर एंट्री नहीं करने दिया गया।

नोडल अधिकारी को जानकारी ही नहीं

एडीएम सिविल सप्लाई आरपी सिंह को परीक्षा का नोडल अधिकारी बनाया गया था। लेकिन शाम तक न तो इन्हें परीक्षा में बैठने वाले कैंडीडेट्स की संख्या पता थी न ही नकलचियों की कोई जानकारी थी। आरपी सिंह का कहना था कि ये हमारा काम नहीं है कि हम नकलचियों का पता लगा। जो पकड़ा गया होगा तो मामला दर्ज हो गया होगा। जबकि परीक्षा की पूरी जानकारी रखना और अनुशासन व्यवस्था बनाए रखना नोडल अधिकारी के जिम्मेदारी होती है। उन्होंने सेंटर पर कैंडीडेट्स के रोके जाने पर कहा कि एसएससी ने सभी सेंटर्स पर सख्त आदेश दिए थे नौ बजे के बाद किसी को सेंटर पर एंट्री न दी जाए।