-डिपार्टमेंट पर जानबूझ कर फाइलें दबाने का आरोप

-कॉलेजेज के मैनेजमेंट पर कब्जा कर मनमाने तरीके से नियुक्ति कराने का खेल

VARANASI

संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी में संबद्धता की 35 फाइलें रहस्यमय तरीके से गायब हो गई हैं। काफी खोजबीन के बाद भी 35 महाविद्यालयों की फाइलें नहीं मिल रही हैं। इसे लेकर संबद्धता विभाग में खलबली मची हुई है। वहीं रजिस्ट्रार ने संबद्धता विभाग के कर्मचारियों को इन फाइलों को जल्द ढूढ़ने का निर्देश दिया था। नहीं तो कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की वार्निग दी है। रजिस्ट्रार प्रभाष द्विवेदी ने आशंका जताई है कि कुछ लोग कर्मचारियों से मिलकर महाविद्यालयों की फाइलों को जानबूझ कर गायब करा दिए हैं ताकि इन कॉलेजेज के मैनेजमेंट पर कब्जा किया जा सके। इतना ही नहीं मनमाने तरीके से नियुक्ति भी करा रहे हैं। दरअसल फाइलें कहीं गायब नहीं हैं बल्कि फाइलों के ढेर में ही दबा दिया गया है ताकि पोल न खुल सके। उन्होंने बताया कि यह गंभीर मामला है।

15 दिन का अल्टीमेटम

संबद्धता विभाग की एक फाइल गायब होने पर एफआईआर दर्ज कराया जा चुका है। ऐसे में 35 महाविद्यालयों के गायब फाइलों के मामले में भी एफआईआर दर्ज कराने पर विचार किया जा रहा है। फिलहाल कर्मचारियों को फाइलों की तलाशने का एक मौका दे दिया गया है। 15 दिनों के अंदर फाइलें न मिलते पर एफआईआर दर्ज करने की संस्तुति कर दी जाएगी। वीसी की अनुमति मिलते ही इस मामले में भी एफआईआर दर्ज करा दी जाएगी।

तो क्या दर्ज होगा एफआईआर

यूनिवर्सिटी में जांच समिति की संस्तुति के बाद भी मध्यमा स्तर के चार सादे गायब प्रमाणपत्र के मामले में अब तक एफआईआर दर्ज नहीं हो सका है। जबकि वीसी भी एफआईआर दर्ज कराने की संस्तुति कर चुके थे। बाद में कर्मचारियों के प्रेशर में वीसी ने प्राथमिकी दर्ज कराने से पीछे हट गए। ऐसे में गायब फाइलों को लेकर भी प्राथमिकी दर्ज कराने की संभावना कम है।