-संस्कृत यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने भेजा नोटिस

-सात दिन में मांगा जवाब, स्टूडेंट्स ने की सभा

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संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्रधर द्विवेदी को निष्कासित करने की सोमवार को नोटिस दे दी गयी है। उनके खिलाफ यूनिवर्सिटी के संबद्धता विभाग के कर्मचारियों के साथ दु‌र्व्यवहार करने व जबरन गोपनीय डॉक्यूमेंट छिनने का आरोप है। इस आरोप में पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जा चुकी है।

एक हफ्ते में देना है जवाब

चीफ प्रॉक्टर लालजी मिश्र की ओर से जारी नोटिस में छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष से एक सप्ताह के भीतर अपना पक्ष रखने को कहा गया है। नोटिस में यह भी कहा गया है कि क्यों न आपके खिलाफ निलंबन व निष्कासन की कार्रवाई की जाये। नोटिस छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष के स्थाई पते भेज दी गई है।

स्टूडेंट्स में है नाराजगी

यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन की कार्रवाई से स्टूडेंट्स में आक्रोश व्याप्त है। इसे देखते हुए कैंपस में पूरे दिन पुलिस फोर्स तैनात थी। इतना ही नहीं छात्र कैंपस में धरना देने की कोशिश कर रहे थे। प्रॉक्टोरियल बोर्ड के मेंबर्स ने दरी जब्त कर ली। इसके बाद भी छात्रों ने सेंट्रल ऑफिस के सामने सभा की। सभा में वक्ताओं ने कहा कि एक एफिलिएटेड कॉलेज के प्रिंसिपल का अनुमोदन पत्र पिछले एक सप्ताह से बनकर तैयार था। आरोप लगाया कि महाविद्यालय से धन उगाही के लिए इसे डिस्पैच नहीं किया जा रहा है। विरोध करने पर छात्रों पर फर्जी एफआईआर लाद दिए गए। विचार व्यक्त करने वालों में छात्रसंघ महामंत्री नरेंद्र कुमार मिश्र, उपाध्यक्ष रंजीत कुमार तिवारी, पुस्तकालय मंत्री ललित कुमार शर्मा, डॉ। साकेत कुमार शुक्ल, विवेक कुमार चौबे, शिव शंकर यादव, अमित तिवारी सहित अन्य लोग शामिल रहे।

प्वॉइंट टू बी नोटेड

-छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष प्रो। रामपूजन पांडेय की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति गठित

-विश्वविद्यालय में तनाव व्याप्त, पुलिस तैनात

- वीसी आवास पर पीएसी तैनात करने के लिए एसएसपी को लिखा लेटर

-प्रिंसिपल व टीचर्स को ऑफिस में टहलने पर लगी रोक

- सीसी कैमरे से की जा रही निगरानी

-ऑफिस में अनावश्यक घूमते पाए जाने पर होगी कार्रवाई