-संस्कृत यूनिवर्सिटी में छुट्टी के बावजूद अपनी-अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे रहे टीचर्स, कर्मचारी व छात्र

-कर्मचारियों की सैलरी को लेकर विधायक रविंद्र जायसवाल ने डिप्टी सीएम से की बात

VARANASI

संस्कृत यूनिवर्सिटी में आंदोलन की आंधी थम नहीं रही है। क्क्वें दिन भी टीचर्स का आंदोलन जारी रहा। छुट्टी के बावजूद टीचर्स, स्टाफ व स्टूडेंट्स अपनी-अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे रहे। मंगलवार को यूनिवर्सिटी पहुंचे शिक्षक विधायक चेत नारायण सिंह व उत्तरी विधायक रविंद्र जायसवाल भी आंदोलन को समाप्त कराने में असफल रहे। विधायकगण के समक्ष टीचर्स ने वीसी पर यूजीसी रूल्स की अनदेखी करने का आरोप लगाया। शिक्षक विधायक ने अध्यापकों को आश्वासन दिया कि वह ख्फ् अक्टूबर को गवर्नर से मिलने वाले हैं। उनसे इस संबंध में वार्ता करेंगे। समस्या का समाधान न होने पर इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाएंगे। विधायक रविंद्र जायसवाल के समक्ष कर्मचारियों ने वेतन का मुद्दा उठाया। कहा कि विश्वविद्यालय का अनुदान दस करोड़ पर फ्रीज होने के कारण वेतन का संकट बना हुआ है। इस पर उन्होंने मोबाइल से तत्काल डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा से बात की। साथ ही कर्मचारियों को जल्द ही समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया। यहां के बाद वह छात्रों के दोनों गुटों से भी मिले। दोनों गुटों की समस्याएं सुनीं और उनका समाधान कराने का आश्वासन दिया।

छात्रों ने किया ब्राह्माण भोज

हॉस्टल्स की मरम्मत, छात्रसंघ चुनाव सहित चार सूत्री मांगों को लेकर धरनारत छात्रों के गुट ने मंगलवार को विरोध स्वरूप ब्राह्माण भोज का आयोजन किया। भोज में मुख्य रूप से छात्रसंघ की निर्वतमान अध्यक्ष प्रिया चौबे, प्रदीप कुमार पांडेय आदि रहे।

क्लास चलाने की मांग

वहीं क्लास संचालित करने की मांग को लेकर छात्रों का दूसरा गुट भी धरना दे रहा है। इस गुट में जगदम्बा मिश्र, प्रांजल पांडेय सहित अन्य लोग शामिल हैं। वहीं यूनिविर्सिटी में विभिन्न संघों द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन में बीएड के छात्र नहीं शामिल हैं। बीएड की कक्षाएं मंगलवार को भी चलीं।