- डीजीपी ऑफिस में तैयार हो रहा प्रस्ताव, जल्द जारी होगा सर्कुलर

- फरियादियों की समस्याओं के निराकरण के साथ मीडिया से समन्वय बनाने की होगी जिम्मेदारी

LUCKNOW : प्रदेश के तमाम जिलों में फरियादियों की समस्याओं की समुचित सुनवाई न होने और मीडिया को किसी घटना की सही जानकारी न मिलने से खड़ी होने वाली समस्याओं के मद्देनजर डीजीपी कार्यालय हरकत में आ गया है। इन समस्याओं से पार पाने के लिये अब डीजीपी मुख्यालय ने तय किया है कि प्रदेश के सभी जिलों में एसपी कार्यालय में पीआरओ सेल का गठन किया जाएगा। इसके लिये प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है और जल्द ही इसके लिये सर्कुलर जारी कर दिया जाएगा।

उन्नाव प्रकरण से लिया सबक

डीजीपी मुख्यालय सूत्रों के मुताबिक, उन्नाव में नाबालिग से रेप और उसके पिता की मारपीट कर हत्या के मामले ने प्रदेश में सियासी तूफान खड़ा कर दिया था। इस पूरे मामले में पीडि़ता को जब उन्नाव में अधिकारियों से इंसाफ नहीं मिला तो वह सीएम आवास पर आत्मदाह करने आ पहुंची। लोकल मीडिया ने भी पुलिस द्वारा सही जानकारी न मिल पाने की शिकायत की थी। जिसके बाद न सिर्फ पुलिस की जमकर फजीहत हुई बल्कि, प्रदेश सरकार के सामने भी खासी मुश्किल खड़ी हो गई। जिसे मैनेज करने में सीनियर पुलिस अधिकारियों को पसीने छूट गए। इस घटना के सामने आने के बाद आखिरकार डीजीपी मुख्यालय के अधिकारियों ने ऐसी समस्या दोबारा खड़ी न हो, इसके लिये मंथन किया और इस नतीजे पर पहुंचे कि प्रदेश के सभी जिलों के एसपी कार्यालयों में एक स्वतंत्र पीआरओ सेल का गठन किया जाए।

तय होगी जिम्मेदारी

दरअसल, वर्तमान में हर एसपी/एसएसपी के मातहत एक पीआरओ तैनात होता है। लेकिन, तमाम जिम्मेदारियों की वजह से वह अपना असल काम नहीं कर पाता। इसी को देखते हुए पीआरओ सेल के गठन की जरूरत महसूस की गई। सूत्रों ने बताया कि इसे लेकर प्रस्ताव बनाने का काम अंतिम दौर में है और इसके तैयार होने पर डीजीपी की मंजूरी मिलते ही इसे सर्कुलर के रूप में जारी कर दिया जाएगा। प्रस्ताव में पीआरओ सेल की जिम्मेदारी भी तय की गई हैं। पीआरओ सेल न सिर्फ एसपी/एसएसपी कार्यालय में अपनी शिकायतों को लेकर आने वाले फरियादियों की समस्या को सुनकर संबंधित अधिकारियों तक पहुंचाएगा। बल्कि, फॉलोअप कर उनका निस्तारण भी सुनिश्चित करेगा। इसके अलावा सेल की लोकल मीडिया से समन्वय बनाने की भी जिम्मेदारी होगी। इसके तहत जिले में होने वाली किसी भी घटना या पुलिस के गुडवर्क की पूरी डिटेल मीडिया को मुहैया करानी होगी। इसके अलावा किसी अपराध में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई से भी मीडिया को अवगत कराना होगा।

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मिलेंगे एक्विपमेंट्स

मीडिया को समय रहते पूरी जानकारी व फोटो मिल सकें इसके लिये पीआरओ सेल को तमाम एक्विपमेंट से लैस किया जाएगा। इसके लिये सेल को हाई मेगापिक्सल का एंड्रॉयड स्मार्टफोन, ट्राइपॉड, डेटा केबल किट दी जाएगी। जिसके जरिए घटना या गुडवर्क की फोटो व विजुअल के साथ-साथ अधिकारियों की बाइट भी तुरंत मुहैया कराई जा सकेगी।