RANCHI : मुंबई की तर्ज पर राजधानी रांची में भी मोनो रेल दौड़ेगी। स्टेट गवर्नमेंट मोनो रेल को लेकर तैयारी कर रही है। इस सिलसिले में झारखंड के एक्सप‌र्ट्स की टीम मुंबई का दौरा करेगी। मुंबई में किस तरह मोनो रेल चल रही है, इसका जायजा टीम लेगी। टीम की रिपोर्ट की बेसिस पर ही राजधानी रांची में मोनो रेल सर्विस के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया जाएगा।

केंद्र से ली जाएगी मदद

मोनो रेल प्रोजेक्ट के लिए सेंट्रल गवर्नमेंट से मदद मांगी जाएगी। इस प्रोजेक्ट को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर शुरू किया जाएगा। स्टेट गवर्नमेंट का मानना है कि रांची में मोनो रेल के शुरू होने से पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। दरअसल, राजधानी बनने के बाद से रांची के पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम पर दबाव काफी बढ़ा है। पिछले 13 सालों में यहां आबादी और गाडि़यों में काफी बढ़ोतरी हुई, लेकिन उस हिसाब से पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम नहीं बन पाई। न तो सड़कों का चौड़ीकरण हुआ और न ही फ्लाइओवर बना। इस वजह से राजधानी के लिए जाम की समस्या विकराल बन गई। शहर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम के नाम पर सिर्फ सिटी बस और ऑटो ही चलती है। यहां की आबादी के लिहाज से सिटी बस व ऑटो की संख्या काफी कम पड़ती है। ऐसे में यहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए गवर्नमेंट मोनो रेल शुरू करने पर विचार कर रही है।

प्लानिंग डिपार्टमेंट को जिम्मेवारी

राजधानी रांची में मोनो रेल सर्विस कैसे शुरू की जाए, इसकी जिम्मेवारी प्लानिंग डिपार्टमेंट को दी गई है। इस बाबत प्लानिंग डिपार्टमेंट के ऑफिशियल्स के साथ चीफ सेक्रेटरी सजल चक्रवती मीटिंग भी कर चुके हैं। चीफ सेक्रेटरी ने प्लानिंग डिपार्टमेंट को कहा है कि मोनो रेल को लेकर वे एक्सप‌र्ट्स से सलाह-मशविरा लेकर प्रोजेक्ट तैयार करें।

मोनो रेल सर्विस शुरू करने की है योजना राजधानी रांची में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम की स्थिति अच्छी नहीं है। पब्लिक को जिस तरह की ट्रांसपोर्ट फैसिलिटी मिलनी चाहिए, वह नहीं मिल रही है। ऐसे में यहां मोनो रेल शुरू करने की योजना है। इसे लेकर सरकार काफी गंभीर है। इस बाबत एक्सप‌र्ट्स टीम मुंबई जाकर मोनो रेल का जायजा लेगी।

सजल चक्रवती

चीफ सेक्रेटरी, झारखंड