-सीएम के समक्ष धान अधिप्राप्ति को लेकर प्रेजेंटेशन

-जिन जिलों में पहले कटाई वहां 15 नवंबर से शुरू होगी धान की खरीदारी

PATNA: पिछले वर्ष एक किसान से धान अधिप्राप्ति की सीमा सौ क्विंटल थी, जिसे इस साल बढ़ाकर डेढ़ सौ क्विंटल कर दिया गया है। सीएम नीतीश कुमार के समक्ष गुरुवार को सचिवालय के संवाद कक्ष में धान अधिप्राप्ति को लेकर प्रेजेंटेशन दिया गया। जिसके बाद सीएम ने कहा कि अधिप्राप्ति को लेकर किसानों को किसी तरह की कठिनाई नहीं होनी चाहिए। सहकारिता मंत्री आलोक मेहता ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जा रहा कि किसानों को उनकी उपज की आपात बिक्री करने की स्थिति उत्पन्न न हो।

किसानों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रधान सचिव डॉ। दीपक प्रसाद ने बताया कि जिन जिलों में पहले कटनी हुई है वहां धान अधिप्राप्ति क्भ् नवंबर से शुरू हो जाएगी। शेष जिलों में अधिप्राप्ति का काम दिसंबर से शुरू होगा। इस बार धान के रिकॉर्ड पैदावार की संभावना है। जिसे ध्यान में रख अधिप्राप्ति का लक्ष्य तय नहीं किया गया है। खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रधान सचिव अमृतलाल मीणा ने कहा कि अधिप्राप्ति के लिए किसानों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होगा। वैसे किसान जो दूसरे के खेतों में खेती करते हैं उन्हें भी धान अधिप्राप्ति का लाभ मिलेगा। उनसे पचास क्विंटल तक की धान अधिप्राप्ति की जाएगी। कृषि मंत्री रामविचार राय, खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री मदन सहनी, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा, कृषि विभाग के प्रधान सचिव सुधीर कुमार, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रधान सचिव डॉ। दीपक प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव अतीश चंद्रा और सचिव व्यय राहुल सिंह उपस्थित थे।

धान अधिप्राप्ति की व्यवस्था पारदर्शी रखने का ख्याल रखा जाए। किसानों को बगैर किसी कठिनाई के न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ क्रय के बाद सीधे मिले।

-नीतीश कुमार, सीएम