देहरादून

भारतीय सेना ने पीओके में आतंकी ठिकानों पर हमला कर आतंकियों को ढेर किया तो हर कोई भारतवासी जय हिंद कहने लगा। उत्तराखंड फौजियों की भूमि है। देहरादून से आर्मी के कैडेट्स ऑफिसर बनकर निकलते हैं। दून में तो उत्साह कुछ और ही था। पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक के बाद आई नेक्स्ट ने पूर्व आर्मी ऑफिसर्स समेत नौजवानों और राजनेताओं से बात की तो उन्होंने इस कार्रवाई को सराहा और कहा कि आतंकियों के खिलाफ ऐसे अभियान में आर्मी को हमेशा इसी तरह खुला मौका दिया जाना चाहिए।

फौज को मिलनी चाहिए खुली छूट

मैं समझता हूं कि सेना की कार्रवाई से पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब मिला है। बगैर कोई लाइफ गंवाए दुश्मन को उसके इलाके में मारना बहुत आसान नहीं है, मगर हमारी सेना ने यह करके दिखाया है। इस बार हमने राजनीतिक इच्छा शक्ति भी दिखाई है। यह बहुत अच्छी बात है।

-जीएस नेगी, रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल

-सर्जिकल ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम देने वाली हमारी सेना और हमारे जवान बधाई के पात्र है। सर्जिकल ऑपरेशन में विस्तृत कार्ययोजना बनाई जाती है, यह सभी जानते हैं, मगर अपने किसी नुकसान के बगैर दुश्मन को मार गिराने की उपलब्धि बेहद मायने रखती है। पाकिस्तान को इसी तरह का जवाब देने की जरूरत थी।

-केजी बहल, रिटायर्ड बिग्रेडियर।

इंडियन आर्मी को यह कार्रवाई पहले ही कर देनी चाहिए थी। बहरहाल अब इंडियन आर्मी ने कार्रवाई की तो यह भी खुशी की बात है। पाक परमाणु हथियारों की धमकी दे रहा है, वह भारत के पास भी हैं। पाक को अब जवाब मिल चुका है शायद अब वह युद्ध की नापाक कोशिश नहीं करेगा।

कर्नल (रिटा.) पीएल पराशर।

जिस प्रकार अप्रत्याशित समय, जगह और तरीके से इंडियन आर्मी ने पाक आतंकियों को ठिकाने लगाया है यकीनन समूचा देश फº महसूस कर रहा है। पाक गीदड़ धमकी देता है, वह युद्ध की हिम्मत नहीं करेगा। पाक को डर है कि युद्ध के बाद उसका क्या हश्र होगा।

कर्नल(रिटा.)एमएमपी काला।

कश्मीर समस्या का हल ऐसे ही संभव है। राजनीतिक तरीके से सालों बीत गए हैं, बीत जाएंगे। पाक के आर्मी ऑफिसर भ्रष्ट हैं। उन्हें पता है युद्ध हुआ तो उनका पंजाब (पाकिस्तान) में कारोबार चौपट हो जाएगा। ऐसे में युद्ध की संभावनाएं नगण्य हैं।

कर्नल(रिटा.) सीके सिंह थापा।

क्या कहते हैं नौजवान

देश की प्रतिष्ठा का सवाल था। ऐसे में जवाब देना बेहद जरूरी था। सेना की कार्यवाही सराहनीय है। सरकार और सेना के इस कदम से भारतीयों के सीने चौड़े हो गए हैं।

---- आशीष रावत, स्टूडेंट

सेना के इस कदम से काफी राहत मिली है। भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देकर दिखा दिया है कि अगर दोबारा ऐसी हरकत की तो जवाब और करारा होगा।

------ पवन चौहान, स्टूडेंट

हमें यकीन है कि हम ईट का जवाब पत्थर से देंगे। पाकिस्तान को भी अब इस बात का यकीन हो गया होगा। देशभर का युथ इंडियन आर्मी के साथ है।

-------वंदना रावत, स्टूडेंट

जो गुस्सा बीते दिनों से देशावासियों के दिलों में पल रहा था। आर्मी के इस ऑप्रेशन से उस गुस्से को बहुत राहत मिलि है। पूरा देश हमारे जवानों को सलाम करता है।

---- सुचित्रा रावत, स्टूडेंट

अगर जंग हुई तो क्या होगा

दो देशों की लड़ाई में अर्थव्यवस्था पर असर पड़ना लाजमी है। लेकिन देश की आन और नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए ऐसे कदम उठाने जरूरी हो जाते हैं। ऐसे में थोड़े क्राइसिस झेलने भी पड़ें तो हमारी यूनिटी हमें उबार लेगी। देश को हर मुश्किल स्थिति से लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए।

--- डॉ। इंद्रजीत सिंह, इकोनॉमिक एक्सपर्ट

लाल बहादुर शास्त्री जी के वक्त देश ने एक समय भोजन कर आर्थिक स्थिति से मिलकर जंग लड़ी। ऐसा नहीं है कि शेयर मार्केट गिरना आर्थिक संकट है। जंग की स्थिति में आने के बाद अगर कुछ हालात बिगड़ते भी हैं तो देश इसके लिए बहुत मजबूती से सामना करने को तैयार है। सेना के इस कदम के आगे पॉजिटिव रिजल्ट भी आएंगे।

---- प्रो। विनय आनंद बौड़ाई, इकोनॉमिक एक्सपर्ट