-बोर्ड परीक्षा में गड़बड़ सेंटरों पर स्टैटिक्स मजिस्ट्रेट डेरा डालते थे

-परीक्षा में अभी तक किसी भी स्टैटिक्स मजिस्ट्रेट ने डेरा नहीं डाला

KANPUR:

यूपी बोर्ड की परीक्षाएं ऐसे कराई जा रही है जैसे कि कॉलेजों का होम एग्जामनेशन। बीते दो सालों से बोर्ड परीक्षा मे किसी भी सेंटर पर स्टैटिक्स मजिस्ट्रेट ने डेरा डालकर परीक्षा नहीं कराई है। इयर ख्0क्भ् की बोर्ड परीक्षा में ख्ख् स्टैटिक्स मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं, लेकिन यह मजिस्ट्रेट कहां किस सेंटर का जायजा ले रहे हैं इसकी जानकारी नहीं मिल रही है। हालांकि डीआईओएस ने कहा कि मेन पेपर्स में डेरा डालकर परीक्षाएं कराई जाएंगी। जबकि इंटर का फिजिक्स, हिन्दी, हाई स्कूल का मैथ हिन्दी, साइंस की परीक्षाएं हो चुकी हैं।

दो साल पहले तक था डेरा सिस्टम

सिटी में यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में नकल मफियाओं के हौसले तोड़ने के लिए सिटी के एजुकेशन ऑफिसर स्टैटिक्स मजिस्ट्रेट के साथ स्वंय भी गड़बड़ी करने वाले सेंटरों पर डेरा डाल देते थे। पूर्व डीआईओएस शिव सेवक सिंह हो या फिर शिव प्रकाश द्विवेदी परीक्षा के टाइम पूरी सावधानी बरत कर अति संवेदनशील और संवेदनशील सेंटरों के अलावा जहां की रिपोर्ट गड़बड़ आती थी वहां पर डेरा डालकर परीक्षा कराइर्1 जाती थी।

कहां हैं सेक्टर मजिस्ट्रेट

पूर्व डीआईओएस कोमल यादव के कार्यकाल में भी किसी पेपर में डेरा डालकर परीक्षा नहीं कराई गई। यह सिलसिला इस बार भी बोर्ड परीक्षा में चल रहा है। हालांकि सिटी के ख्ख्फ् परीक्षा केंद्रों का जायजा लेने के लिए ख्ख् स्टैटिक्स मजिस्ट्रेट भी नियुक्त किए गए हैं। लेकिन अभी तक इन मजिस्ट्रेट की कोई भी रिपोर्ट कंट्रोल रूम को नहीं मिली है। परीक्षा का यह अधिकारी जायजा ले रहे हैं कि नहीं किसी को नहीं मालूम है।

'स्टैटिक्स मजिस्ट्रेट काम कर रहे हैं। अभी किसी भी सेंटर में डेरा तो नहीं डाला गया है लेकिन परीक्षा नकल विहीन कराने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। मेन पेपर्स में डेरा डाला जाएगा इसका प्लान बना लिया गया है.'

शिव पूजन पटेल डीआईओएस