छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : जमशेदपुर सिटी स्मार्ट बनने की तरफ कदम बढ़ा चुका है। आने वाले 20 सालों में इसका लुक चेंज हो जाएगा। यहां माडर्न ट्रांसपोर्ट सिटी, इंटरस्टेट बस टर्मिनल, माडर्न लाइब्रेरी वगैरह बनाए जाएंगे। इसके अलावा, बारीडीह में माडर्न सिटी बस डिपो, कदमा में मल्टी स्टोरी फूड प्लाजा के साथ ही स्वर्णरेखा घाट पर माडर्न क्रीमेटोरियम भी बनेगा। साकची की डीएम लाइब्रेरी को नई टेक्निक से लैस करते हुए डिजिटल बनाया जाएगा। छोटा गोविंदपुर से कांड्रा तक सब अर्बन ट्रेन चलेगी तो तामोलिया को सिटी सेंटर साकची से जोड़ते हुए सुंदनगर तक मोनो (लाइट) ट्रेन दौड़ेगी। इसी तरह सरायकेला के धीरागंज से घोड़ाबांधा तक मोनो ट्रेन चलेगी। शहर में सीवरेज ड्रेनेज सिस्टम बिछाया जाएगा। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेंगे। सिटी के सभी मार्केट को माडर्न बनाते हुए मल्टी स्टोरी मार्केट तैयार किया जाएगा। जमशेदपुर में ये सभी परियोजनाएं सेंट्रल और स्टेट गवर्नमेंट की फंडिंग से कंप्लीट की जाएंगी।

2025 तक दौड़ने लगेगी मोनो ट्रेन

सिटी में मोनो ट्रेन 2025 तक दौड़ने लगेगी। ग्रेटर जमशेदपुर के मास्टर प्लान के तहत सुपीरियर ग्लोबल कंपनी ने लाइट रेल ट्रांजिट सिस्टम तैयार किया है। इसमें ईस्ट-वेस्ट और नॉर्थ-साउथ नाम के दो कॉरीडोर बनाए जाएंगे। नॉर्थ-साउथ कॉरीडोर में तामुलिया से सुंदर नगर और ईस्ट-वेस्ट कॉरीडोर में सरायकेला-खरसावां के धीरापुर से घोड़ाबांधा तक लाइट ट्रेन चलेगी।

सुंदरनगर में एलआरटी मेनटेनेंस

मोनो (लाइट) ट्रेन ट्रांजिट (एलआरटी) सिस्टम के तहत ट्रेनों की मरम्मत के लिए मेनटेनेंस सेंटर सुंदरनगर में खुलेगा। इसके लिए 175 एकड़ जमीन चाहिए। दोनों कॉरीडोर की ट्रेनों की मरम्मत यहां होगी। जबकि, छोटी-मोटे काम यानि साफ-सफाई और वायरिंग आदि का काम तामोलिया व घोड़ाबांधा डिपो में होगा।

मोनो ट्रेन -

::फ‌र्स्ट स्टेप::-

लाइट रेल ट्रांजिट सिस्टम की लंबाई : 44 किमी।

लाइट रेल ट्रांजिट सिस्टम में कितने कॉरीडोर : 2.

नॉर्थ-साउथ कॉरीडोर : लंबाई 19.6 किमी।

ट्रेन स्टेशन की संख्या :7.

स्टेशन के नाम : तामुलिया, मानगो, साकची, बर्मामाइंस, कीताडीह, करनडीह और सुंदरनगर।

ईस्ट-वेस्ट कॉरीडोर : लंबाई 24.4 किमी।

ट्रेन स्टेशन की संख्या- 9.

स्टेशन के नाम : धीरागंज, आदित्यपुर, कदमा, उलियान, सोनारी, साकची, बिरसानगर, हुरलुंग और घोड़ाबांधा।

इंटरचेंज स्टेशन : साकची।

:सेकेंड स्टेप::-

लाइट ट्रेन रेल ट्रांजिट सिस्टम : मानगो, उलियान, आदित्यपुर, कीताडीह, बिरसानगर होकर मानगो

ईस्ट-वेस्ट कॉरीडोर के इंटरचेंज स्टेशन : आदित्यपुर और बिरसानगर

नॉर्थ-साउथ कॉरीडोर के इंटरचेंज स्टेशन : मानगो और कीताडीह।

तामुलिया व घोड़ाबांधा में बनेंगे डिपो

लाइट रेल ट्रांजिट सिस्टम के तहत दो ट्रेन डिपो बनाए जाएंगे। नॉर्थ-साउथ कॉरीडोर के लिए डिपो तामुलिया में बनेगा। इसके लिए 160 एकड़ जमीन चाहिए। इसमें 51 एकड़ जमीन पर डिपो का निर्माण होगा। बाकी 109 एकड़ जमीन मिश्रित इस्तेमाल के लिए होगी। ईस्ट-वेस्ट कॉरीडोर के लिए डिपो घोड़ाबांधा में बनेगा। इसके लिए कुल 75.9 एकड़ जमीन चाहिए। डिपो 25.5 एकड़ में बनेगा।

चाइना की कंपनी बनाएगी बहुमंजिले मार्केट

शहर के 10 सैरात मार्केट में से साकची और बिष्टुपुर बाजार में बहुमंजिली मार्केट का निर्माण चीनी कंपनी करेगी। चीनी कंपनी आटोहौस प्राइवेट लिमिटेड के तीन वरीय अधिकारियों ली क्यू गिंग, लिव यांग और चैपलिन ने जमशेदपुर का दौरा कर साकची और बिष्टुपुर बाजारों का इंस्पेक्शन किया है। कंपनी साकची और बिष्टुपुर बाजारों में मल्टी स्टोरी मार्केट के तौर पर डेवलप करेगी.कंपनी ने इसका प्रोपोजल सीएम रघुवर दास के सामने पेश कर दिया है। इसको लेकर चीनी कंपनी के तीनों अधिकारी विगत दिनों कोलकाता से रांची आए थे। कंपनी आइआइडीसी ने इसका अंतिम डीपीआर तैयार कर रही है।

कितनी जमीन और कितनी लागत से बनेंगे बहुमंजिला शॉपिंग सेंटर

सैरात बाजार : जमीन (एकड़ में) कुल खर्च

साकची मार्केट : 17 961.67 करोड़

बिष्टुपुर मार्केट :12.68 726.15 करोड़

धतकीडीह मार्केट : 4.20 242.50 करोड़

गोलमुरी मार्केट : 4.10 198 करोड़

कदमा मार्केट : 4.06 196.12 करोड़

बर्मामाइंस मार्केट : 4.03 193.85 करोड़

बारीडीह मार्केट : 3.08 148.71 करोड़

सिदगोड़ा मार्केट : 2.21 106.69 करोड़

सोनारी मार्केट : 1.27 63.20 करोड़

कालीमाटी मार्केट :4.61 199.85 करोड़

कुल 57. 34 3036.74 करोड़

12000 एलईडी लाइट्स से जगमगा उठेगा शहर

शहर में कुल 11 हजार 274 एलईडी लाइटें लगाई जाएंगी। इस प्रोजेक्ट पर 17 करोड़ 37 लाख रुपये खर्च होंगे। एलईडी लाइटें एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड नामक कंपनी लगा रही है। पूरे शहर में दो महीने में एलईडी लाइटें लगा दी जाएंगी। शहर में एलईडी लाइटें मानगो अक्षेस, जमशेदपुर अक्षेस और जुगसलाई नगर पालिका के क्षेत्र में लगेंगी। जुस्को का इलाका इससे अछूता रहेगा। शहर में एलईडी लगाने का काम तीन चरण में होगा। पहले चरण में बिजली के उन खंभों में एलईडी लाइटें लगाई जाएंगी जहां पहले से अन्य लाइटें लगी हुई हैं। इस चरण में कुल 10 हजार 456 एलईडी लाइटें लगेंगी। दूसरे चरण में नए खंभों में लाइटें लगेंगी। इस चरण में कुल 818 एलईडी लाइटें लगाई जाएंगी।

हाईमास्ट में 190 वाट की एलईडी

शहर में 75 वाट, 125 वाट और 190 वाट की एलईडी लाइट लगेगी। 190 वाट की एलईडी लाइट हाईमास्ट में लगाई जाएगी। इन एलईडी लाइटों की मरम्मत का काम कंपनी को सात साल तक करना होगा।

अंधेरी आबादियों में भी लगेगी एलईडी

एलईडी के इस प्रोजेक्ट के तहत तीसरे चरण में उन आबादियों में एलईडी लाइटें लगाई जाएंगी जहां अभी स्ट्रीट लाइट है ही नहीं। कंपनी को इन इलाकों का सर्वे करने को कहा गया है। सर्वे के बाद यहां खंभें लगाए जाएंगे। इसके बाद एलईडी लगाने का काम शुरू होगा।

कहां कितनी लगेंगी एलईडी

नगर, लाइट वाले पोल में नए पोल में खर्च

जमशेदपुर अक्षेस- 4338 450 6.37 करोड़

मानगो अक्षेस 4968 270 6.67 करोड़

जुगसलाई नपा- 1150 98 4.33 करोड़

गोविंदपुर से कांड्रा तक चलेगी सब अर्बन ट्रेन

सिटी डेवलपमेंट डिपार्टमेंट ने जमशेदपुर में ट्रैफिक सिस्टम को स्ट्रांग बनाने के लिए ट्रैफिक का मास्टर प्लान तैयार किया है। साल 2035 तक को ध्यान में रखते हुए शहर के ट्रैफिक का मास्टर प्लान तैयार किया गया है। इसके तहत गोविंदपुर से कांड्रा तक सब अर्बन ट्रेन चलाई जाएगी। इस पटरी पर हर आधे घंटे में ट्रेन चलेगी। साथ ही गोविंदपुर से कांड्रा के बीच हर दो किलोमीटर पर रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा ताकि वहां से मुसाफिर सब अर्बन ट्रेन पर सवार हो सकें। यही नहीं, एक तीव्र गति बस ट्रांजिट सिस्टम बनाया जाएगा। इसके तहत एक चौड़ी रोड़ बनाई जाएगी जिसमें बसों के अलावा किसी अन्य वाहन को घुसने की इजाजत नहीं होगी। यह बसें 70-80 से ज्यादा तेज गति से दौड़ेंगी और मुसाफिरों को कम समय में मंजिल तक पहुंचाएंगी। साथ ही, जमशेदपुर के चारों तरफ एक रिंग रोड बनाने का प्रस्ताव है। यह रिंग रोड दिल्ली की तर्ज पर बनाई जाएगी। यह मास्टर प्लान 20 साल आगे की आबादी को ध्यान में रख कर बनाया गया है। इस मास्टर प्लान को कंप्रीहेंसिव मोबिलिटी प्लान का नाम दिया गया है। इस मास्टर प्लान को तैयार किया है चेन्नई की कंपनी एलएनटी इंफ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग लिमिटेड ने।

65 करोड़ से मानगो में बनेगा आधुनिक स्लाटर हाउस

मानगो में सिटी का सेंट्रल स्लाटर हाउस बनेगा। इस माडर्न स्लाटर हाउस को बनाने में 65 करोड़ रुपये खर्च होंगे। डीसी अमित कुमार ने सिटी डेवलपमेंट प्लान के तहत स्लाटर हाउस की योजना को प्रशासनिक स्वीकृति दे दी है। इसे मुंबई की कंपनी दाराशा बनाएगी। स्लाटर हाउस के लिए कपाली में 1.24 एकड़ जमीन चिन्हित हो गई है।

माडर्न बनेगा बस टर्मिनल

इंटर स्टेट बस टर्मिनल में दो ब्लाक बनाए जाएंगे। एक अंतर्राज्यीय बसों के लिए और दूसरा शहरी बसों के लिए। इसमें एक कामर्शियल प्लेस भी होगा। साथ में बड़ी पार्किंग होगी जिसमें बसें रात को पार्क हो सकें। इसमें जनरल वेटिंग हाल, महिला वेटिंग हाल, एसी वेटिंग हाल, पार्सल, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, वाई-फाई, एटीएम मशीन, रूटीन वर्कशाप आदि होगा। अभी सिटी में 300 से 400 बसें आ रही हैं।

कांड्रा व पिपला में बनेगा ट्रांसपोर्ट सिटी

ट्रांसपोर्ट नगर का डीपीआर कर्नाटक की कंपनी आइडीईसीके बना रही है। कंपनी ने ट्रांसपोर्ट सिटी के निर्माण पर 130 करोड़ रुपये का एस्टीमेट तैयार किया है। ट्रांसपोर्ट नगर को एनएच 33 से दूर ले जाया जाएगा तो इस प्रोजेक्ट पर 14 करोड़ रुपये और खर्च होंगे। इसके लिए कम से कम 80 एकड़ जमीन चाहिए। कंपनी ने एनएच 33 पर दो जगह पिपला और कांड्रा में 40-40 एकड़ जमीन देख ली है। एक ट्रांसपोर्ट नगर में 500 ट्रकों के खड़े होने का इंतजाम होगा। यहां 20 कमरों एक होटल, 500 वर्ग मीटर में फ‌र्स्ट एड व ट्रामा सेंटर, एक एटीएम मशीन, एक वर्कशाप, 300 वर्ग मीटर में आटो सर्विस सेंटर व स्पेयर पार्ट शाप, 1000 वर्ग मीटर में ढाबा, कैंटीन व रेस्तरां, 1000 वर्ग मीटर में फ्यूल स्टेशन, वे ब्रिज आदि बनना है।

कदमा फूड प्लाजा में बनेगा कनवेंशन सेंटर

कदमा में माडर्न मल्टी स्टोरी फूड प्लाजा बनने का प्लान है। इसे 2224 वर्ग मीटर में बनाने का प्लान जमशेदपुर की बसंत डोहरा कंपनी ने बनाया है। इसमें दो हाल, एक कामर्शियल स्पेस आदि बनाया जाना है। यहां एक कनवेंशन हाल बनेगा जिसके लिए जमीन कम पड़ रही है। अभी कदमा फूड प्लाजा के लिए 0.26 एकड़ जमीन उपलब्ध है लेकिन इसका ले आउट एक एकड़ के लिए तैयार किया गया है।

चार मंजिला डिजिटल बनेगी डीएम लाइब्रेरी

साकची स्थित डीएम लाइब्रेरी को भी माडर्न बनाया जाएगा। इसमें ट्रेडीशनल के साथ ही डिजिटल लाइब्रेरी बनाई जाएगी। इस पर इसे चार मंजिला बनाने की योजना तैयार की जा रही है। इसका डीपीआर जमशेदपुर की कंपनी बसंत डोहरा तैयार कर रही है। कंपनी ने इसे एक अरब 23 करोड़ 26 लाख 86 हजार 927 रुपये का एस्टीमेट तैयार किया है। इसमें एक डिजिटल लाइब्रेरी के साथ ही एक किताब की दुकान, एक मल्टी परपज हाल, एक काफी शाप, और एक एटीएम मशीन होगी।

स्वर्णरेखा घाट में बनेगा वुडेन क्रीमेटोरियम

स्वर्णरेखा क्रीमेटोरियम का आधुनिकीकरण का डीपीआर हैदराबाद की कंपनी एनसीपीई बना रही है। कंपनी ने इस पर फिलहाल 758.59 लाख रुपये के खर्च का अनुमान लगाया है। यह क्रीमेटोरियम खूबसूरत बनेगा। इसके लिए यहां फव्वारा लगाया जाएगा। साथ ही सोलर सिस्टम और जेनरेटर की भी सुविधा रहेगी। यहां अभी इलेक्ट्रिक के तीन क्रीमेटोरियम हैं। यहां एक मर्चरी और एक इंप्रूव्ड वुडेन क्रीमेटोरियम बनाने का प्लान है। साथ ही पूजा मंडप, रेस्ट रूम, कोल्ड स्टोरेज, मर्चरी और पार्किंग एरिया भी बनाया जाएगा।

थ्री स्टेप में जमीन पर उतरेगा प्लान

ट्रैफिक का यह मास्टर प्लान थ्री स्टेप में जमीन पर उतारा जाएगा। इसके तहत शार्ट टर्म, मीडियम टर्म और लांग टर्म के लिए ट्रैफिक सिस्टम में सुधार करने का प्रस्ताव है। मास्टर प्लान के अनुसार शहर के व्यस्ततम इलाकों की सड़कों को वन वे कर दिया जाएगा। इसके अलावा शहर की सड़कों में साइकिल के लिए कुछ अलग टै्रक बनाए जाएंगे। यह ट्रैक सड़क पर ही बनेंगे।

जोजोबेड़ा व गोविंदपुर में ओवरब्रिज

जमशेदपुर को अभी तीन ओवरब्रिज की जरूरत है। यह ओवरब्रिज जुगसलाई रेलवे फाटक, जोजोबेड़ा रेलवे फाटक और गोविंदपुर रेलवे फाटक पर बनाए जाएंगे। एलएनटी के इंजीनियर ने बताया कि एक साल में एक लाख वाहन जिस फाटक से गुजरते हैं वहां रेलवे ओवर ब्रिज बनाया जाता है। जुगसलाई रेलवे फाटक पर साल में सात लाख वाहन, जोजोबेड़ा फाटक पर दो लाख वाहन और गोविंदपुर फाटक पर डेढ़ लाख वाहन साल में गुजरते हैं।

-::फ‌र्स्ट स्टेप::-

शार्ट टर्म प्लान लागू करने की अवधि 2016-2019

लागत : 778 करोड़ रुपए

1. चौड़ी और टनाटन होंगी सड़कें।

2 25 गोलचक्कर व चौराहे चिन्हित।

3. सड़कों पर बोर्ड व मार्किंग।

4. सड़कों पर पैदल चलने वालों की क्रासिंग।

5. मानगो से साकची जाने को वन वे व्यवस्था।

6. मानगो से, साकची गोलचक्कर क्लाक वाइज वन वे रोड।

7. साकची गोलचक्कर से भालुबासा जाने वाले को शीतला मंदिर की तरफ से जाना होगा।

8. टाटा नगर रेलवे स्टेशन में सेकेंड इंट्री से भी प्रवेश इससे रेलवे ओवर ब्रिज पर भार घटेगा।

9. साकची, कदमा, गोलमुरी, बर्मामाइंस, डिमना, मानगो, परसुडीह, रेलवे स्टेशन रोड आदि जगहों अतिक्रमण हटाना।

10. रोड साइंस लगाना व नो पार्किंग जोन बनाना।

11. सड़कों पर जेब्रा क्रासिंग।

12. आटो रिक्शा के परिचालन का नियंत्रण।

13. परसुडीह, गोविंदपुर आदि इलाकों की सड़कें होंगी 12 फीट तक चौड़ी

-::सेकेंड स्टेप ::-

मीडियम टर्म प्लान लागू करने की अवधि : साल 2020 से 2025 तक, लागत : 375 करोड़ रुपये।

1. जुगसलाई, जोजोबेड़ा व गोविंदपुर में बनेंगे ओवरब्रिज

2. साकची, बिष्टुपुर आदि सैरात बाजार में बनेंगी बहुमंजिली मार्केट

3. बाजारों में ग्राउंड में पार्किंग की होगी व्यवस्था।

4. सड़कों में अलग से बनेगा साइकिल ट्रैक।

5. मिनी बसों के लिए सुंदर नगर, गोविंदपुर, पारडीह, डिमना चौक व सोनारी में बस स्टैंड।

6. सिदगोड़ा व एग्रिको में भी विकसित होगा बस स्टैंड।

7. तैयार होगा ईस्टर्न कॉरीडोर।

8. बारा के पास स्वर्णरेखा में ब्रिज निर्माण।

9. मनपीटा होते हुए एनएच 33 तक सड़क।

10. डिमना चौक से 11 किमी दूर हुरलुंग के पास स्वर्णरेखा पर ब्रिज।

11. तैयार होगा एक वेस्टर्न कॉरीडोर।

-::थर्ड स्टेप::-

लांग टर्म प्लान लागू करने की अवधि : 2026 से 2035, खर्च होंगे : 1342 करोड़ रुपये।

1. रैपिड बस ट्रांजिट सिस्टम

2. तैयार होगी रिंग रोड।

3. छोटा गोविंदपुर से कांड्रा तक चलाई जाएंगी सब अर्बन ट्रेन।

4. हर आधे घंटे पर चलेंगी सब अर्बन ट्रेन।

5. हर दो किमी पर रेलवे स्टेशन बनाने का प्रस्ताव।

दो मुहानी और लुआबासा में स्वर्णरेखा पर ब्रिज

जमशेदपुर में सोनारी के करीब दो मुहानी में स्वर्णरेखा नदी पर ब्रिज बन रहा है। ये ब्रिज जल्द ही तैयार हो जाएगा। इसके अलावा, लुआबासा में भी स्वर्णरेखा पर ब्रिज बन रहा है। ये दोनों ब्रिज तैयार होने के बाद शहर में ट्रैफिक की प्रोब्लम साल्व हो जाएगी। ज्यादातर ट्रक और ट्रेलर इन्हीं ब्रिज से सिटी के बाहर से ही निकल जाएंगे और मानगो ब्रिज पर जाम की प्रोब्लम खत्म हो जाएगी। इसके अलावा सिटी की शहरों को वन वे किया जा रहा है। कई सड़कों को वन वे किया जा चुका है। कई गोलचक्कर छोटे किए जा रहे हैं। ऐसा सिटी में एक्सीडेंट रोकने के लिए किया जा रहा है।