-आईएसआई एजेंट को बांग्लादेश के रास्ते हिंदुस्तान में घुसपैठ कराने के तीन आरोपी गिरफ्तार

-रविवार को प। बंगाल की एसटीएफ की टीम ने किया गिरफ्तार, कोर्ट की अनुमति के बाद लाएंगे मेरठ

Meerut : आईएसआई एजेंट इजाज की निशानदेही पर मेरठ स्पेशल टॉस्क फोर्स ने पश्चिम बंगाल एसटीएफ को सूचना मुहैया कराई और वहां सुरक्षा एजेंसी रविवार को पाक एजेंट के तीन पनाहगारों को गिरफ्तार कर लिया। तीनों आईएसआई एजेंट देश में रहकर पाकिस्तानी खुफिया के लिए पिछली दस सालों से काम कर रहे हैं, तीनों एजेंट नकली करेंसी को सर्कुलेट करने, पाकिस्तानी जासूसों को देश में घुसपैठ कराने, उनके फर्जी दस्तावेज बनवाने समेत विभिन्न संदिग्ध गतिविधियों में संलिप्त हैं।

इकबालनामे पर गिरफ्तारी

27 नवंबर को दोपहर ढाई बजे मेरठ कैंट रेलवे स्टेशन के समीप से यूपी स्पेशल टॉस्क फोर्स की 22 सदस्यीय टीम ने सीओ अनित कुमार, इंस्पेक्टर धर्मेद्र यादव के नेतृत्व में पाकिस्तानी आईएसआई जासूस इजाज को गिरफ्तार किया था। रविवार को कोलकाता में गिरफ्तार तीनों आईएसआई एजेंटों ने इजाज को हिंदुस्तान में स्थापित करने का काम किया था। प। बंगाल से मिले इनपुट के आधार पर कोलकाता पुलिस की एसटीएफ ने गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड कंपनी में संविदा पर काम करने वाले 51 वर्षीय मजदूर इरशाद अंसारी उसके 23 वर्षीय पुत्र अशफाक अंसारी और रिश्तेदार मोहम्मद जहांगीर को गिरफ्तार किया है। टीम ने तीनों को कोलकाता दक्षिणी के थाना इकबालपुर क्षेत्र में डॉ। सुधीर बोस रोड पर एसटीएफ ने दोपहर को गिरफ्तार किया है।

एजेंट के तौर पर पुष्टि

हिंदुस्तान में रहते हुए पाकिस्तान की इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस (आईएसआई) के लिए काम करने वाले तीनों आरोपियों से पुलिस ने कई ऐसे दस्तावेज बरामद किए हैं जिससे उनके आईएसआई लिंक की पुष्टि हो रही है। तीनों आरोपियों से करीब साढ़े तीन लाख रुपये की नकली करेंसी (एफआईसीएन), गोपनीय नक्शे आदि बरामद हुए हैं। इरशाद और जहांगीर 10 सालों से आईएसआई के लिए काम कर रहे हैं और देश की अहम जानकारी लीक कर रहे हैं।

पाक में ट्रेनिंग

देश में आतंकी गतिविधियों के संचालन और आईएसआई जासूसों को घुसपैठ कराने के लिए तीनों एजेंट पाकिस्तान जाकर ट्रेनिंग ले चुके हैं। इजाज के कबूलनामे पर मेरठ पुलिस द्वारा नामजद किए गए एक अन्य आरोपी प्रोबीन को पुलिस अभी नहीं पकड़ सकी है। कोलकाता एसटीएफ ने तीनों जासूसों की गिरफ्तारी और बरामदगी की जानकारी यूपी एसटीएफ को दे दी है। आईएसआई के लिए काम कर रहे गिरफ्तार तीन एजेंट की भूमिका इजाज को यहां 'सेट' करना था।

प्रोबीन (बांग्लादेशी)-पाकिस्तान से बांग्लादेश पाकिस्तानी पासपोर्ट से पहुंचे इजाज के पहचान संबंधी दस्तावेज प्रोबीन ने ले लिए थे। प्रोबीन ने ही इजाज को फरवरी 2013 में नदी के रास्ते भारत-बांग्लादेश सीमा पार कराई थी। प्रोबीन, इजाज को गिरफ्त में आए मोहम्मद इरशाद के घर छोड़ गया था।

मोहम्मद इरशाद- कोलकाता एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार 51 वर्षीय मोहम्मद इरशाद मटीया बुर्ज, साउथ 24 परगना, पश्चिमी बंगाल का निवासी है। इजाज को प्रोबीन इरशाद के घर छोड़ गया था।

मोहम्मद अशफाक-गिरफ्तार अशफाक इरशाद का बेटा है, रिश्तेदार जहांगीर के साथ मिलकर इजाज के फर्जी दस्तावेज बनवाने का काम अशफाक ने किया।

जहांगीर-गिरफ्तार तीसरा एजेंट जहांगीर कसाईपाड़ा, कोलकाता का रहने वाला है। जहांगीर ने इजाज का मटीया बुर्ज के पते का फर्जी राशन कार्ड, फर्जी वोटर आईडी कार्ड, जूनियर हाईस्कूल का प्रमाणपत्र बनवाने के अलावा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में खाता भी खुलवाया था। यहीं पर रईश के साथ मिलकर इजाज ने वीडियोग्राफी का काम शुरू किया था।

मेरठ लाएगी एसटीएफ

एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने बताया कि तीनों आईएसआई एजेंटों को मेरठ लाने का प्रयास किया जाएगा। यूपी एसटीएफ ने बताया कि फिलहाल तीनों पुलिस कस्टडी में हैं और उनसे पं। बंगाल एसटीएफ समेत विभिन्न एजेंसियां पूछताछ कर रही है। कोर्ट में प्रोडक्शन वारंट जारी होते ही तीनों को जेल भेज दिया जाएगा। वारंट बी बनवाकर पं। बंगाल से यूपी लाने की कवायद शुरू की जाएगी। तीनों आईएसआई एजेंट कोर्ट के माध्यम से ही पूछताछ के लिए एसटीएफ की मेरठ यूनिट को सौंपे जाएंगे।

इजाज के कबूलनामे पर पं। बंगाल पुलिस को चारों नामजद आईएसआई एजेंट की बारे में पूरी जानकारी मुहैया करा दी गई थी। रविवार दोपहर कोलकाता एसटीएफ ने तीन जासूसों को गिरफ्तार कर लिया है। यूपी पुलिस तीनों एजेंट्स को पूछताछ के लिए मेरठ लेकर आएगी।

-अनित कुमार, सीओ, एसटीएफ