-सीजन 9 का सेंटर रहा लखनऊ!

-इस सीजन में हुआ करोड़ों का गेम

-एसटीएफ के खुलासे के बाद अंडरग्राउंड हुए सटोरिये

LUCKNOW (29 May): आईपीएल सीजन नाइन में सट्टेबाजी के बड़े गिरोह का पर्दाफाश करने के बाद एसटीएफ की टीम उस मशीन तक अभी नहीं पहुंच पायी है जिस पर ना तो सर्विलांस को कोई असर है और ना ही उसकी लोकेशन ट्रेस की जा सकती है। हालांकि एसटीएफ की टीमें अभी भी इस मशीन की तलाश में लगी हुई हैं। एसटीएफ के अधिकारियों का दावा है कि लखनऊ में इस बार करोड़ों का सट्टा खेला गया लेकिन जब से एसटीएफ के हत्थे सट्टेबाज चढ़ा है उसके बाद राजधानी में सट्टेबाजी पर लगाम लग गयी है।

लखनऊ में हो रहा था करोड़ों का कारोबार

एसटीएफ के एक अधिकारी की मानें तो लखनऊ में ही सिर्फ सट्टे का करोड़ों का गेम हो रहा था। मेन बुकी तक एसटीएफ पहुंच पाती तो लखनऊ के कुछ बड़े नाम का खुलासा हो सकता था। एक अधिकारी ने बताया कि हाल में पकड़े गये संजय मिश्रा उर्फ किंग से सिर्फ लखनऊ के ही 50 से 60 लोग ऐसे जुड़े थे जो हर मैच पर पर पचास हजार रुपये से एक लाख रुपये तक का सट्टा लगाते थे। इस बार आईपीएल में लगभग 60 मैच खेले गये। ऐसे में यह आंकड़ा करोड़ के पार पहुंचता है।

फाइनल पर बुकी चलते हैं सेफ गेम

सूत्रों की मानें तो किसी भी फाइनल मैच में सट्टेबाज उन्हीं से खेलवाते हैं जिनसे पैसे डूबने के चांस ना के बराबर हों। क्योंकि मैच आखिरी होता है और सट्टा खेल रहे व्यक्ति के भागने का डर अधिक होता है। क्योंकि यह पूरा गेम ही भरोसे का होता है इस लिए सट्टेबाज पैसों के मामलों में कोई रिस्क नहीं लेते।

पंजाब में है मेन बुकी

एडीशनल एसपी एसटीएफ शहाब रशीद खां बताते हैं कि आईपीएल में सट्टेबाजी के लिए जिस मशीन का इस्तेमाल किया गया वह काफी हाईटेक मशीन थी, जिस पर ना तो नेटवर्क बिजी होता था और ना ही कभी काल इंगेज मिलती थी। खास बात यह कि सर्विलांस के जरिये इस नंबर की सीडीआर भी निल बताती थी। एसटीएफ उक्त मशीन के बारे में जानकारी भी मुहैय्या कर रही है।

सट्टेबाजी में कोई हार गया पत्‍‌नी और किसी ने गंवा दी जान

सट्टेबाजी भी कैसा नशा है। इस गेम में कोई अपनी बीवी हार गया और किसी ने अपनी जान गंवा दी। पहला वाकया कानपुर का है। क्वालीफायर मैच में हैदराबाद और कोलकाता के बीच मैच में एक शख्स ने अपनी पत्‍‌नी को ही दांव पर लगा दिया। बाजी हारने के बाद लोग उस महिला के घर पर दस्तक देने लगे। आखिर में महिला ने अपने पति के ही खिलाफ गोविंद नगर थाने में केस रजिस्टर कराया। पति अभी भी फरार है। इसी तरह लखनऊ के डालीगंज में एक युवक ने सट्टेबाजों के पकड़े जाने के बाद पैसे ना दे पाने के दबाव में सुसाइड कर अपनी जान गंवा दी। एसटीएफ की टीम ऐसे मामलों पर भी नजर रख रही है।