-एसटीएफ ने विजय चौराहे से तीन को लिया शिकंजे में

-राजघाट में गोदाम से नकली शराब के उपकरणों का जखीरा बरामद

GORAKHPUR: नकली शराब के धंधे का सरगना हिस्ट्रीशीटर प्रदीप जायसवाल एसटीएफ के गिरफ्त में आ गया। विजय चौराहे पर दबिश देकर प्रदीप और उसके तीन अन्य साथियों को अरेस्ट कर लिया। राजघाट में किराए के मकान में चल रहे गोदाम से भारी मात्रा में नकली शराब, उपकरण, कार और सामान बरामद किया। अंबेडकरनगर में गिरोह के सदस्यों के अरेस्ट के बाद से ही पुलिस सरगना की तलाश में थी।

कड़ाई से पेशे आए तो हुआ खुलासा

स्पेशल टास्ट फोर्स की गोरखपुर यूनिट के सीओ विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि पूर्वाचल में बड़े पैमाने पर नकली शराब सप्लाई करने का नेटवर्क चलाने वाले बदमाशों की तलाश के लिए टीम लगी थी। शुक्रवार को मुखबिर से सूचना मिली कि गिरोह का सरगना प्रदीप जायसवाल अपने एक साथी के साथ कोतवाली के विजय चौराहे पर है। टीम ने दबिश देकर दोनों को अरेस्ट कर लिया। उनसे कड़ाई से पूछताछ में गोदाम का भी पता चल गया। राजघाट के ट्रांसपोर्टनगर स्थित गोदाम पर पुलिस ने दबिश देकर अलग-अलग ब्रांड की खाली बोतलें, बाटलिंग उपकरण और शराब बरामद किया। पुलिस ने दो लोगों को अरेस्ट कर गिरोह का खुलासा किया।

हत्या की लूट में भी था वांछित

एसटीएफ के शिकंजे में आया प्रदीप जायसवाल चौरीचौरा थाने का हिस्ट्रीशीटर है। पुलिस ने गोरखपुर में पंजीकृत डी-10 गैंग का सरगना भी घोषित किया था। प्रदीप के खिलाफ हत्या, लूट, गैंगेस्टर और नकली शराब बनाने जैसी धराओं में आठ केस दर्ज हैं। 31 अगस्त को एसटीएफ ने अंबेडकरनगर में दबिश देकर गिरोह के मेंबर्स को अरेस्ट किया था। तभी से पुलिस को प्रदीप जायसवाल और सौरभ जायसवाल की तलाश थी।

इनको किया गिरफ्तार

- प्रदीप जायसवाल, वार्ड नंबर तीन चौरीचौरा

-सौरभ जायसवाल, जटाशंकर चौक कोतवाली

-चंद्रशेखर जायसवाल, घोष कंपनी कोतवाली

-संतोष जायसवाल वार्ड नंबर नौ मुंडेरा बाजार, चौरीचौरा

इन सामान की बरामदगी

- पैकेजिंग, बाटलिंग में लगने वाले विभिन्न कंपनियों के ढक्कन, रैपर होलोग्राम व अन्य सामान।

- छह मोबाइल, 24325 रुपए नकद।

- स्कॉच, व्हिस्की बनाने में इस्तेमाल होने वाले 17 बोतल फ्लेवरिंग सब्सटेंस।

- शराब फैक्ट्री में इस्तेमाल होने वाले अलग अलग तरह की मशीनें।

-एक स्विफ्ट डिजायर कार नंबर यूपी53 बीएल 8729

- एक मोटरसाइकिल स्पेलेंडर, एक होंडा एक्टिवा