-एमपी में हुए व्यापमं घोटाले के तार राजकीय आयुर्वेद कॉलेज से जुड़े होने की आशंका

-तीसरी बार टीम के पहुंचने से कैंपस में मचा हड़कंप, चार पूर्व स्टूडेंट्स का खंगाला डिटेल

VARANASI: मध्यप्रदेश के व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले की जांच कर रही स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) व स्पेशल टास्क फोर्स के शनिवार को संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी पहुंचने से हड़कंप मच गया। एसआईटी व एसटीएफ को व्यापमं घोटाले के तार राजकीय आयुर्वेद कॉलेज, चौकाघाट से जुड़े होने की आशंका है। एसटीएफ की टीम तीसरी बार आयुर्वेद कॉलेज धमकी। इससे कैंपस में चर्चाओं का बाजार गरम हो गया।

तह तक पहुंचने की कोशिश

मध्य प्रदेश के मेडिकल कॉलेजेज में एडमिशन के लिए सन् ख्00म् में आयोजित एंट्रेंस एग्जाम में कई मुन्ना भाई पकड़े गए थे। वहां के हाईकोर्ट के निर्देश पर इस मामले की जांच एसआईटी व एसटीएफ कर रही है। दूसरी ओर इस घपले से जुड़े करीब ब्ख् लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें कई की मौत एक्सिडेंट में हुई है। एसआईटी व एसटीएफ इस बात की पड़ताल कर रही हैं कि यह वास्तव में एक्सिडेंट था या मर्डर। इस क्रम में सन् ख्00ब् में आयुर्वेद कॉलेज में बीएएमएस करने वाले एक स्टूडेंट की भी एक्सिडेंट में मौत हो चुकी है। एसआईटी व एसटीएफ इस स्टूडेंट के बारे में भी जानकारी एकत्र करने में जुटी हैं।

टीम ने मांगा रिकॉर्ड

बनारस पहुंची दो सदस्यीय टीम ने प्रिंसिपल प्रो। एसएन सिंह से मुलाकात कर इस स्टूडेंट से जुड़े एग्जाम फॉर्म सहित अन्य रिकॉर्ड मांगा। जानकारी के मुताबिक प्रिंसिपल ने स्टूडेंट के बारे उपलब्ध प्रपत्र सौंप दिया है। इसके अलावा टीम ने यूनिवर्सिटी के तीन पूर्व स्टूडेंट्स रामाश्रय, आत्माराम सिंह व वीरेंद्र कुमार वर्मा नामक तीन स्टूडेंट्स के बारे में भी जानकारी कलेक्ट की है। इस प्रकार एसटीएफ ने चार पूर्व स्टूडेंट्स का डॉक्यूमेंट्स खंगाला है।