सिविल लाइंस स्थित एक मॉल में बाइक सवारों के हेलमेट लेकर जाने पर लगी रोक

कई पार्किंग वाले हेलमेट के लिए कर रहे अलग से चार्ज तो कई दे रहे टका सा जवाब

ALLAHABAD: ट्रैफिक पुलिस और चालान से बचने के लिए नहीं, बल्कि अपने जीवन को सुरक्षित करने के लिए हेलमेट जरूरी है। अब ये बात पब्लिक समझने लगी है। तभी तो अब बड़ी संख्या में लोग हेलमेट लगाकर बाइक चलाने लगे हैं। लेकिन अब हेलमेट रखना बड़ी समस्या बन गया है। क्योंकि शहर के कुछ मॉल्स ने बाइक सवारों का हेलमेट के साथ प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है। इससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है। इसलिए अब शहर में पार्किंग की व्यवस्था के साथ ही हेलमेट लॉकर की भी जरूरत लोगों को महसूस होने लगी है।

हाथ में हेलमेट तो खरीदारी मुश्किल

सिविल लाइंस स्थित एक फेमस मॉल में इन दिनों हाथ में हेलमेट लेकर जाने वालों के लिए समस्या खड़ी हो गई है। मॉल में हेलमेट लेकर जाने पर पाबंदी लगा दी गई है। सिक्योरिटी गार्ड सीधे तौर पर कह रहे हैं कि हेलमेट बाहर रख कर ही अंदर जाएं। अब वे या तो बाइक के पास हेलमेट रखें या फिर बाइक मॉल की पार्किंग में खड़ा करें, जहां हेलमेट रखने की भी व्यवस्था है।

बाइक देखेंगे हेलमेट नहीं?

मॉल में जहां हेलमेट ले जाने पर पाबंदी लगी है। वहीं दूसरी तरफ रोड पर चल रहे नगर निगम की पार्किंग लॉट में हेलमेट रखने की सुविधा नहीं है। पार्किंग कर्मचारी सीधे कह रहे हैं कि केवल बाइक की गारंटी है। हेलमेट की नहीं।

अब क्या करे पब्लिक?

ऐसे में समस्या खड़ी होती है कि लोग क्या करें? या तो मॉल में न जाएं या फिर हेलमेट को बाइक पर ही टांग दें। हेलमेट चोरी होता है तो नुकसान झेलें या फिर साथ में किसी ऐसे साथी को लेकर आएं जो उसकी निगरानी कर सके।

तो इसलिए लगाई रोक

सिविल लाइंस स्थित मॉल में हेलमेट लेकर जाने पर पाबंदी क्यों लगाई गई है? इसके जवाब में कर्मचारियों का कहना है कि कुछ दिन पहले एक व्यक्ति का हेलमेट मॉल के एस्केलेटर में फंस गया था। इसकी वजह से हेलमेट के साथ मॉल में प्रवेश पर रोक लगाई गई है। लोगों को दिक्कत न हो, इसलिए मॉल के पार्किंग लॉट में हेलमेट रखने की व्यवस्था की गई है। जिसका कोई शुल्क नहीं है।

हिमांशु जायसवाल

सिक्योरिटी इंचार्ज

सिविल लाइंस मॉल

हेलमेट की सुरक्षा के उपाय क्या?

- पार्किंग में या रोड साइड बाइक पार्क करने के बाद हेलमेट रख कर जाते हैं तो हेलमेट चोरी का है खतरा

- बाईक में ही हेलमेट लॉक करने की करें व्यवस्था

- बाइक में लगा लें हेलमेट लॉक या फिर खरीद लें वॉयर लॉक

- कुछ पार्किंग स्थलों पर बाईक के साथ हेलमेट रखने की है व्यवस्था

- कुछ पार्किंग स्थलों पर हेलमेट रखने का लिया जाता है शुल्क

शहर में बाइक और हेलमेट पार्किंग का चार्ज

- सिविल लाइंस एरिया व मॉल्स में बाइक पार्क करने का रेट है 10 रुपया

- हेलमेट के साथ बाईक रखने का चार्ज है 15 रुपया

क्या कहते हैं टै्रफिक नियम

बाइक चलाते समय हेलमेट जरूर लगाएं ट्रैफिक नियम यही कहता है। साथ ही ट्रैफिक नियम में इस बात का भी जिक्र है कि अपने हेलमेट की सुरक्षा स्वयं करें। बाइक में ही ऐसा लॉक लगवाएं जिसमें हेलमेट को लॉक किया जा सके।

हेलमेट को लेकर लोगों में जागरुकता बढ़ी है। किसी मॉल में यदि हेलमेट ले जाने पर रोक लगाई जा रही है और वह हेलमेट रखने की व्यवस्था कर रहा है तो कोई गड़बड़ी नहीं है। एक स्थान पर सैकड़ों लोग हाथ में हेलमेट लेकर पहुंचेंगे तो दिक्कत होगी ही। इसलिए बेहतर यही होगा कि बाइक में ही हेलमेट को लॉक कर लें या फिर जहां बाईक पार्क कर रहे हैं, वहां व्यवस्था हो तो हेलमेट रख दें।

कुलदीप सिंह

एसपी ट्रैफिक