AGRA (22 Jan.) : शहर की बंद स्ट्रीट लाइटों को सुधारने की कवायद रविवार को की गई। इसमें भी कर्मियों ने जमकर कोताही बरती। आधी-अधूरी लाइटों को ही सुधार कर खिसक लिए। चौक-चौराहों की लाइटों को भी नहीं सुधारा। इससे स्ट्रीट लाइट की समस्या जस-की-तस बनी हुई है।

सुधार के नाम पर खानापूरी

शहर की बंद स्ट्रीट लाइटें समस्या बन चुकी हैं। हरिपर्वत, एमजी रोड, भगवान टाकीज, मदिया कटरा रोड सहित हर प्रमुख सड़क पर लाइट बंद की समस्या है। ये सर्दी के कोहरे में मुश्किल बढ़ा देती हैं। इन्हें सुधारने के लिए नगर निगम का बिजली अमला रविवार को सड़कों पर उतरा। एमजी रोड से लेकर मदिया कटरा तक स्ट्रीट लाइटों को सुधारने के नाम पर भागदौड़ की गई। आधी लाइटों को ही सुधारा गया।

दिन में कई घंटे जलती हैं लाइटें

हर 5 से 6 लाइटों के बीच एक लाइट बुझी ही रही। इन्हें सुधारा तक नहीं गया और बिजली विभाग के कर्मचारी ओके की रिपोर्ट देकर आगे बढ़ गए। इनकी इस कारस्तानी से रात में सड़कों पर अंधेरे ही रहा।

वहीं सुधारने के नाम पर दिन में कई घंटों तक लाइटें जलती रहीं.मदिया कटरा रोड स्थित सीएमओ कार्यालय के पास भी लाइटों को सुधारा गया। इसमें सिर्फ नाम मात्र की लाइटों को ही जलाया गया। इसमें डिवाइडर के हर कट की ही लाइटें बंद पड़ी हैं। इससे सड़क की क्रासिंग पर अंधेरा होने से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।

फिर भी भारी-भरकम बिल

शहर की स्ट्रीट लाइटों के बिल पर भी बड़ा सवाल है। नगर निगम ने लगभग 40 हजार स्ट्रीट लाइट लगा रखी हैं। इसमें आधी से ज्यादा लाइटें खराब रहती हैं। इसके बाद भी बिल लगभग 50 लाख रुपए आता है। इस भारी-भरकम बिल पर कई बार सवाल भी हो चुके हैं, लेकिन अधिकारियों के पास कोई माकूल जवाब नहीं है।