-उपनल संगठन ने की घोषणा

- स्वास्थ्य विभाग के संविदाकर्मियों फिर हड़ताल की ओर

लगातार बढ़ रहा उपनल आंदोलन को समर्थन

DEHRADUN: उपनल कर्मचारियों का आंदोलन फिर से स्वास्थ्य महकमे को झटका दे सकता है। सूबे की राजधानी दून में स्थित राजकीय देहरादून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में इलाज करा रहे लोगों के सामने फिर से मुसीबत खड़ी हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि उपनल कर्मचारियों की मांग पूरी नहीं होने पर संगठन संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों को फिर से हड़ताल के लिए कॉल कर सकता है। उधर, गुरुवार को राज्य आंदोलनकारी यशवंत सिंह सहित कई संगठनों ने उपनल आंदोलन को अपना समर्थन दिया।

अध्यक्ष ने की घोषणा

उत्तराखंड में सक्रिय रूप से आंदोलन चला रहे उपनल संगठन के अध्यक्ष भावेश कुमार जगू़ड़ी ने गुरुवार को परेड ग्राउंड स्थित धरना-प्रदर्शन स्थल पर चेतावनी देते हुए घोषणा कर दी कि अगर सरकार उनकी मांग पर सकारात्मक कार्रवाई करते हुए मांग नहीं मानती है तो फिलहाल कार्य पर वापस भेजे गए स्वास्थ्य सेवाओं में कार्यरत संविदा कर्मचारियों को सोमवार कार्य बहिष्कार पर भेज सकते हैं। इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों को हड़ताल के लिए कॉल किया जा सकता है।

पटरी से उतर गयी थी व्यवस्था

बताते चलें कि ख्7 जून से उपनल कर्मचारियों के साथ दून हॉस्पिटल के संविदा कर्मचारी भी हड़ताल पर चले गए थे। इसी के चलते राजकीय दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की स्वास्थ्य सेवाएं पटरी से उतर गईं थीं। सबसे ज्यादा असर हर रोज करीब ढाई हजार मरीजों का इलाज करने वाली ओपीडी पर पड़ा था। संविदा कर्मचारियों ने अपने-अपने पटलों पर काम करना बंद कर दिया था। इस दौरान सभी क्7फ् कर्मचारी दून हॉस्पिटल के अंदर ही धरना-प्रदर्शन पर बैठ गए थे। हालांकि बुधवार को दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के प्रिंसिपल डॉ। प्रदीप के। भारती गुप्ता और चिकित्सा अधीक्षक डॉ। केके टम्टा की प्रदेश में आई आपदा को देखते हुए की गयी मार्मिक अपील के आधार पर संविदा कर्मचारियों ने हड़ताल समाप्त कर दी थी। लेकिन, अब उपनल कर्मचारियों का संगठन एक बार फिर से दून हॉस्पिटल के कर्मचारियों को हड़ताल पर भेजने की प्लानिंग कर रहा है। बस इंतजार है तो उपनल कर्मचारियों को नियमित करने को लेकर सरकार की ओर से उठाए जाने वाले कदम का। अगर सरकार उपनल कर्मचारियों के फेवर में कदम नहीं उठाती है तो आंदोलन से जुड़े दून हॉस्पिटल के संविदा कर्मचारी फिर से हड़ताल पर जा सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो एक बार फिर से दून हॉस्पिटल की स्वास्थ्य सेवाएं पटरी से उतर सकती हैं।

वर्जन

प्रदेश सरकार से हम नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं। अगर हमारी मांग पर सकारात्मक फैसला नहीं लिया जाता तो सोमवार से स्वास्थ्य सेवाओं में लगे संविदा कर्मचारियों की फिर से हड़ताल करा दी जाएगी। जिसकी वजह से दून हॉस्पिटल की व्यवस्था फिर से चरमरा जाएगी।

भावेश कुमार जगूड़ी, अध्यक्ष उपनल कर्मचारी संगठन