- ब्लोइंग कारखानों में मजदूरों ने किया बहिष्कार, वेतन बढ़ाने की है मांग

- गुरुवार को हुई थी समझौता वार्ता, इसके बाद बदल गए श्रमिकों के तेवर

फीरोजाबाद : गुरुवार को समझौते की नींव रखी गई। वहीं शुक्रवार को हड़ताल की आंच कई अन्य कारखानों तक फैल गई। शुक्रवार सुबह काम लगने के बाद में श्रमिक कारखानों से उठकर चले गए। शहर के कारखानों में कांच भट्टियों में धधकता रहा तो गैस यूं ही फुंकती रही। शनिवार की समझौता वार्ता के लिए तैयारी कर रहे उद्योग जगत को इससे करारा झटका लगा है। सुबह ही उद्यमियों ने एक आपात बैठक स्टेशन रोड स्थित एडवांस ग्लास में बुलाई। यहां पर उद्यमियों ने इस औद्योगिक संकट पर मंथन करते हुए इस तरह हड़ताल को भी गलत ठहराया। शुक्रवार को होने वाली हड़ताल की जिम्मेदारी भी किसी श्रमिक संगठन ने नहीं ली है व मजदूरों के खुद ही कार्य बहिष्कार की बात कही जा रही है।

फीरोजाबदा के ब्लोइंग कारखानों में हड़ताल की ¨चगारी कई दिन से धधक रही है। मंगलवार को भी आधा दर्जन से ज्यादा कारखानों में श्रमिकों ने हड़ताल कर दी थी। उस वक्त हड़ताल के पीछे कुछ छिपे हुए चेहरे भी सामने आए थे, जिन्होने कारखानों में पहुंच कर काम बंद कराया, लेकिन पहचान नहीं हो सकी। तभी से कारखानों में आंशिक हड़ताल चल रही थी। इस संबंध में कांच उद्योग क्रांतिकारी मजदूर यूनियन की पहल पर समझौते के लिए भी प्रयास हुए तथा यूनियन ने मजदूरों की तरफ से आगे बढ़कर मांग पत्र सौंपा। गुरुवार को इस संबंध में सहायक श्रमायुक्त के यहां समझौता वार्ता भी हुई तथा समझौते के लिए 18 अप्रैल को दूसरी समझौता वार्ता बुलाने का फैसला लिया। इससे माना जा रहा था कारखानों में शुक्रवार को काम लगेगा।

लेकिन शुक्रवार की सुबह कारखानों में फिर से हड़ताल की ¨चगारी फूट गई। कुछ कारखानों में श्रमिक खुद काम छोड़कर चले गए तो कुछ कारखानों में कुछ लोगों द्वारा कार्य बंद कराने की जानकारी भी मिली है। सुबह काम लगने के बाद होने वाले हंगामे के चलते सभी कारखानों में काम बंद हो गया। इस संबंध में उद्यमियों द्वारा एडवांस ग्लास में बैठकर बुलाकर मंथन किया। बैठक में उद्यमियों ने कहा जब सेवायोजक श्रमिकों की मांग पर मंथन कर रहे हैं तो इस तरह से हड़ताल का क्या मतलब है। बैठक में प्रमुख उद्योगपति बालकृष्ण गुप्ता, प्रदीप गुप्ता, राजकुमार मित्तल, अभिषेक मित्तल चंचल, संतोष अग्रवाल, पराग गुप्ता, प्रमोद अग्रवाल सहित कई प्रमुख उद्योगपति मौजूद थे।