मामला संत अलोइस स्कूल की क्लास 6 के स्टूडेंट नीलांशु का

अबसेंट करने के बाद डायरी में गार्जियन का नहीं कराया था सिग्नेचर

टीचर ने डंडे से कर दी जमकर पिटाई, शरीर में पिटाई के आठ निशान

RANCHI: स्कूल में बच्चों का करियर बनाया जाता है। लेकिन, आज कल के स्कूलों में बच्चों की बेरहमी से पिटाई की जा रही है। जब इससे भी मन नहीं भरता, तो उसे सभी स्टूडेंट्स के सामने जलील कर क्लास से ही निकाल दिया जा रहा है। शनिवार को ऐसा ही एक मामला पुरूलिया रोड स्थित संत अलोइस के क्लास सिक्स के छात्र नीलांशु कुमार का आया। नीलांशु कुमार के पांव और जांघ में सूजन है। पिटाई के कारण वह चलने-फिरने में असमर्थ है। टीचर के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग को लेकर नीलांशु कुमार ने लोअर बाजार थाना में लिखित आवेदन दिया है।

नीलांशु की क्यों हुई पिटाई

आवेदन के मुताबिक, नीलांशु 15 अप्रैल को अपनी क्लास में अबसेंट था। दूसरे दिन जब वह अपने स्कूल गया तो डायरी में गार्जियन के हस्ताक्षर नहीं होने की बात पर क्लास टीचर अभय झा ने डंडे से उसकी पिटाई कर दी। नीलांशु ने पुलिस को अपनी जांघ में लगे आठ लाल-लाल निशान भी दिखाया है। नीलांशु का कहना है कि क्लास टीचर को जब उसकी पिटाई से मन नहीं भरा, तो उसका मुंह पकड़कर क्लास के बाहर धकेल दिया, फिर सिर फोड़ देने की भी बात कहीं।

स्कूल छुट्टी के बाद इलाज

जब स्कूल की छुटटी हुई, तो नीलांशु कुमार ने सदर अस्पताल जाकर अपना इलाज कराया। घर जाकर उसने इसकी जानकारी अपने माता-पिता को दी। माता-पिता ने निर्दयी टीचर के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए पुलिस की शरण ली। लोअर बाजार थाना पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है।

ङ्खद्धड्डह्ल ह्यड्ड4ह्य ह्मह्वद्यद्ग क

नियम के मुताबिक, एक से आठवीं कक्षा या एक से 14 वर्ष तक की आयु वाले छात्र की पिटाई नहीं की जा सकती है। ज्यादा से ज्यादा कोई गलती करने पर छात्र को स्कूल से ही निकाल सकते हैं।

क्कड्डह्यह्ल द्धद्बह्यह्लश्रह्म4

क्लास टीचर के भय से छोड़ा स्कूल

26 जुलाई, 2014: डोरंडा मेकॉन कॉलोनी स्थित जेवीएम श्यामली की सृष्टि स्कूल टीचर सांता मुखर्जी के टार्चर व खौफ से स्कूल नहीं जाना चाहती। वह मां के साथ हटिया प्रेमनगर स्थित रोड नंबर चार में रहती है। मां अनुभा ने स्कूल में कंप्लेन भी किया था। पर, आरोप सृष्टि पर ही मढ़ दिया गया कि वह क्लास में शोर करती है। क्लास बंक कर बाहर घूमने चली जाती है।

टीचर की पिटाई से गई छात्र की जान

11 अप्रैल, 2014: रांची के मांडर थाना क्षेत्र के स्कूल शिक्षक की पिटाई से आठ साल के बच्चे की मौत हो गई थी। इस बाबत छात्र सुजीत मुंडा के माता-पिता ने शिक्षक अरशद अंसारी पर बेटे को नृशंस तरीके से पीटे जाने का मामला दर्ज कराया था। छात्र की बेरहमी से पिटाई के बाद उसे रिम्स में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी।

छात्र के स्कूल नहीं आने पर तोड़ दिया था हाथ

25 सितंबर, 2012: रांची के ही एक मिशनरी स्कूल सेंट एल्विन में टीचर जॉन कुजूर ने प्राइमरी के छात्र अमित कुजूर की कथित रूप से लंबी छुटटी के बाद स्कूल आने पर इतनी पिटाई कर दी कि उसका हाथ ही टूट गया था। अमित कुजूर का कसूर सिर्फ इतना था कि वह बीमार था और स्कूल नहीं आ पा रहा था।

छात्र की आंख की चली गई रौशनी

वर्ष 2012 में रांची के डीएवी स्कूल के छात्र की ऐसी पिटाई की कि उसकी आंख में चोट के कारण रौशनी ही चली गई। छात्र केपिता ने स्कूल प्रबंधन से कंप्लेन की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बाद में स्कूल प्रबंधन ने दोषी स्कूल टीचर को स्कूल से निकालने और छात्र को कुछ रकम इलाज में देने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया था। छात्र के पिता सुखदेवनगर थाना एरिया के इंद्रपुरी में रहते थे।