-मंडी परिषद के डिप्टी डायरेक्टर के बेटे ने फांसी लगाकर किया सुसाइड

-फेल होने से था आहत, सुसाइड नोट में बयां किया दर्द

-नाराज छात्रों ने प्रिंसिपल के घर पर की तोड़फोड़

LUCKNOW: मैं सुसाइड इसलिए कर रहा हूं क्योंकि मैने अपने घरवालों का पैसा और वक्त बर्बाद किया!एक पेज के इस सुसाइड नोट में इसी तरह अपना दर्द बयां कर एमिटी इंटरनेशनल कॉलेज में कक्षा 11 के छात्र सागर कुमार (17) ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। गोरखपुर में तैनात मंडी परिषद में डिप्टी डायरेक्टर इंदल सिंह का बेटा सागर गुरुवार को मिले रिजल्ट में फेल हो गया था। इसी से आहत होकर उसने सुसाइड कर लिया। जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।

गुरुवार सुबह ही मिला था रिजल्ट

गोरखपुर के मूल निवासी इंदल कुमार सिंह गोरखपुर स्थित मंडी परिषद में डिप्टी डायरेक्टर हैं। वह पत्नी सरिता, बेटे ऋषभ और सागर के साथ विभूतिखंड स्थित मंडी परिषद कॉलोनी में रहते थे। बड़ा बेटा ऋषभ आईआईटी की तैयारी कर रहा था। जबकि उनकी इकलौती बेटी पूनम पूना में रहकर लॉ कर रही है। सागर एमिटी इंटरनेशन कॉलेज में कक्षा 11 का छात्र था। गुरुवार को सागर का रिजल्ट आया था। जिसे लेने के लिये वह पिता इंदल और मां सरिता के साथ कॉलेज गया था। कॉलेज में उसके क्लास टीचर ने सागर की शिकायत करते हुए उसके फेल होने की जानकारी दी। मां सरिता ने फेल वाले विषयों में री-एग्जाम लेने की गुजारिश की पर, टीचर तैयार न हुआ। जिसके बाद वे लोग निराश होकर वापस घर लौट आए थे।

कमरे में लगा ली फांसी

कॉलेज से लौटने के बाद सागर ने पूरे परिवार के साथ बैठकर खाना खाया और बिना किसी से कोई बात किये अपने कमरे में चला गया। जब काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं निकला तो सरिता ने ऋषभ से सागर को बुलाने को कहा। ऋषभ कमरे पर पहुंचा लेकिन दरवाजा भीतर सें बंद था। काफी देर तक दस्तक देने के बावजूद जब भीतर से कोई जवाब नहीं मिला तो उसने शोर मचाया। पिता इंदल वहां पहुंचे और उन लोगों ने मिलकर दरवाजा तोड़ दिया। भीतर पहुंचने पर उनके होश उड़ गए। सागर पंखे में फंदे से लटक रहा था। परिजनों ने उसे आनन-फानन नीचे उतारा। लेकिन, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। परिजनो ंने पुलिस को घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे से सागर द्वारा खुदकुशी से पहले लिखा गया सुसाइड नोट बरामद किया। इस सुसाइड नोट में सागर ने पिता की उपेक्षा का जिक्र किया। उसने लिखा कि वह अब इस घर में रहना नहीं चाहता जहां भरोसा ही न हो।

कॉलेज पर प्रताड़ना का आरोप लगाकर किया हंगामा

सागर के सुसाइड की खबर मिलने पर उसके दोस्त भड़क उठे और ट्यूलिप रेजिडेंसी में रहने वाली क्लास टीचर रचना के घर जा पहुंचे और हंगामा करने लगे। टीचर की सूचना पर पहुंची पुलिस ने उन छात्रों को वहां से हटाया तो नाराज छात्र कॉलेज गेट पर पहुंच गये और हंगामा शुरू कर दिया। छात्रों का आरोप था कि कॉलेज के टीचर बच्चों को प्रताडि़त करते हैं और उन्हें हर रोज अपमानित किया जाता है। देररात तक नाराज छात्रों का हंगामा जारी था। कॉलेज के प्रवक्ता आशुतोष दुबे ने बताया कि क्लास के 44 बच्चों में से 10 बच्चे फेल हुए हैं। सागर भी फेल हुए बच्चों में शामिल था।