सिलेबस बदलने से नहीं मिल पा रही बुक्स

बीए, बीएससी, बीकाम में सेमेस्टर सिस्टम हुआ लागू

ROORKEE: कॉलेज गोइंग स्टूडेंट्स को गढ़वाल यूनिवर्सिटी द्वारा लागू किया गया सेमेस्टर सिस्टम रास नहीं आ रहा, वहीं सिलेबस को लेकर भी स्टूडेंट्स और टीचर्स दोनों ही दुविधा में हैं। बदले सिलेबस के चलते स्टूडेंट्स को मार्केट मे बुक्स भी उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं, इस पूरे मामले को लेकर स्टूडेंट्स परेशान हैं।

सेमेस्टर सिस्टम के चलते बदले सिलेबस

एचएनबी सेंट्रल यूनिवर्सिटी गढ़वाल द्वारा चालू सेशन से बीए, बीकॉम व बीएससी में सेमेस्टर सिस्टम लागू कर दिया गया है, इसके तहत प्रत्येक सेमेस्टर छह महीने का होगा और साल में दो बार परीक्षाएं होंगी। सेमेस्टर सिस्टम के चलते सिलेबस भी चेंज हो गए हैं लेकिन ये केवल इंटरनेट पर ही उपलब्ध हैं। कॉलेजेज को अब तक सिलेबस की बुकलेट्स उपलब्ध नहीं करवाई गई है। स्टूडेंट्स का कहना है कि इंटरनेट पर भी सिलेबस स्पष्ट नहीं हैं। ऐसे में शहर के विभिन्न कॉलेजेज के टीचर्स और स्टूडेंट्स सिलेबस को लेकर कनफ्यूज हैं। स्टूडेंट्स का कहना है कि सिलेबस स्पष्ट न होने के कारण मार्केट्स में भी किताबें उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं ऐसे में वे पढ़ाई कैसे करेंगे।

सिलेबस अब भी नहीं उपलब्ध

बीएससी में जहां पीसीएम के साथ एडिश्नल सबजेक्ट कंप्यूटर का सिलेबस उपलब्ध नहीं हो पाया है वहीं जेडबीसी के साथ एडिश्नल सबजेक्ट माइक्रो बॉयोलॉजी का सिलेबस भी उपलब्ध नहीं है। इसी तरह से बीए में भी कई सबजेक्ट्स का पूरा सिलेबस कॉलेजों के पास नहीं है। बीकॉम की बात करें तो इसमें भी पूरा सिलेबस स्टूडेंट्स को नहीं मिल पा रहा है। केएलडीएवी पीजी कॉलेज की प्राचार्या डा। यशोदा मित्तल ने बताया कि बीएससी फ‌र्स्ट इयर में एडिश्नल सबजेक्ट्स के सिलेबस नहीं मिल पाए हैं ऐसे में सामान्य कोर्स पढ़ाया जा रहा है।

'सेमेस्टर सिस्टम लागू होने से स्टूडेंट्स को अभी एक बुकलेट पूरा सिलेबस नहीं मिल पा रहा है। कोई टॉपिक एक बुक में है तो कोई दूसरी, वैसे स्टूडेंट्स को नेट से निकालकर सिलेबस के बारे में बताया जा रहा है, ताकि उन्हें आसानी हो सके.'

अस्सिटेंट प्रोफेसर डा। राजेश पालीवाल, पॉलिटिकल साइंस, बीएसएम डिग्री कॉलेज

'बीए और बीकॉम फ‌र्स्ट इयर में इस सेशन से सेमेस्टर सिस्टम लागू होने से सिलेबस को लेकर अभी कनफ्यूजन है। यूनिवर्सिटी की ओर से निर्धारित सिलेबस की निश्चित सूचना नहीं मिल सकी है, इस कारण से कॉलेज दुविधा में है.'

डा। वीपी गौतम, प्राचार्य, बीएसएम डिग्री कॉलेज