- कोर्स को लेकर स्टूडेंट्स में नहीं है इंट्रेस्ट

- पिछले छह साल से स्टूडेंट्स की संख्या में आ रही गिरावट

GORAKHPUR: डीडीयूजीयू के डिफेंस एंड स्ट्रैटेजिक स्टडीज डिपार्टमेंट के अधिकारी परेशान हैं। पीजी डिप्लोमा इन डिजास्टर एंड नेशनल सिक्योरिटी मैनेजमेंट कोर्स में स्टूडेंट्स का कम होता इंट्रेस्ट इसका कारण है। हाल ये है कि पिछले छह साल के दौरान कभी भी इसकी पूरी सीटें नहीं भरीं। अगर यही हाल रहा तो यूनिवर्सिटी प्रशासन इस कोर्स को आगामी सत्र से बंद करने पर विचार कर सकता है।

पुराना इंट्रो

डीडीयूजीयू के डिफेंस एंड स्ट्रैटेजिक स्टडीज डिपार्टमेंट में चल रहे पीजी डिप्लोमा इन डिजास्टर एंड नेशनल सिक्योरिटी मैनेजमेंट कोर्स पर खतरे का बादल मड़ रहा है। क्योंकि इस कोर्स में पिछले छह सालों में किसी भी साल पूरी सीट नहीं भरी। अगर यही हाल रहा हो तो इस सत्र से (पीजीडीडीएनएसएम) कोर्स को बंद कर दिया जाएगा।

2010 में दोबारा हुआ शुरू

ईस्ट यूपी में बाढ़ के बढ़ते खतरे को देखते हुए 2005-06 सत्र में यहां पीजी डिप्लोमा इन डिजास्टर एंड नेशनल सिक्योरिटी मैनेजमेंट कोर्स सेल्फ फाइनेंस के तहत स्टार्ट किया गया। एक साल के इस कोर्स में एडमिशन के लिए 50 सीटें निर्धारित की गईं। शुरुआत में इसमें खूब एडमिशन हुए लेकिन एक साल बाद ही इसे मानक पूरा ना होने के चलते बंद कर दिया गया। इसके बाद राजभवन से अनुमोदन मिलने के बाद 2010 में कोर्स दोबारा स्टार्ट किया गया।

50 आवेदन पर ही एंट्रेंस एग्जाम

डिपार्टमेंट की परेशानी ये है कि जहां शुरुआत होने पर एडमिशन के लिए मारामारी मची रहती थी। वहीं, दोबारा शुरू किए जाने के बाद स्टूडेंट्स ने कभी इसमें इंट्रेस्ट ही नहीं लिया। 2016-17 सत्र में भी इसमें एडमिशन के लिए अप्लाई डेट आ गई है। डिपार्टमेंट के जिम्मेदारों ने बताया कि अगर कम से कम 50 आवेदन आए तभी प्रवेश परीक्षा कराई जाएगी। इससे कम होने पर अप्लीकेंट्स को बिना परीक्षा ही एडमिशन दे दिया जाएगा।

टीचर्स की कमी भी समस्या

डिपार्टमेंट के एचओडी प्रो। एपी शुक्ला ने कहा कि डिजास्टर मैनेजमेंट में करियर का बहुत स्कोप है। लेकिन टीचर्स का ना होना भी कोर्स में स्टूडेंट्स का इंट्रेस्ट कम कर रहा है। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में यहां कोई स्पेशलिस्ट टीचर नहीं है। जो टीचर्स पहले से मौजूद हैं वही क्लासेज लेते हैं। हालांकि कुछ महीने पहले पहला कदम संस्था की टीम ने स्टूडेंट्स की स्पशेल क्लास ली थी। लेकिन उसके बाद कभी ऐसी कोई एक्टिलिटी नहीं हुई।

पिछले छह साल के एडमिशन रिकार्ड

सत्र नंबर ऑफ स्टूडेंट्स

2015-16 31

2014-15 42

2013-14 11

2012-13 20

2011-10 49

वर्जन

पिछले छह साल से स्टूडेंट्स की संख्या में कमी आई है। हालांकि स्टूडेंट्स का रुझान इस कोर्स के प्रति बढ़े इसके लिए प्रयास किया जा रहा है।

प्रो। एपी शुक्ला,

एचओडी, डिफेंस एंड स्ट्रैटेजिक स्टडीज डिपार्टमेंट, डीडीयूजीयू