- सरोजनीनगर स्थित आर्यकुल कॉलेज के सामने अनियंत्रित ट्रैक्टर की टक्कर से घायल हुई थी छात्रा, ट्रॉमा सेंटर में हुई मौत

- भड़के छात्रों ने रोड जाम कर किया प्रदर्शन, तोड़फोड़

- इंस्पेक्टर से बदसलूकी, पुलिस ने भांजी लाठियां, कई छात्र घायल

LUCKNOW : सरोजनीनगर स्थित आर्यकुल कॉलेज ऑफ फार्मेसी एंड रिसर्च की छात्रा को बिजनौर-स्कूटर इंडिया रोड पर अनियंत्रित ट्रैक्टर ने रौंद दिया। गंभीर रूप से घायल छात्रा को आनन-फानन ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया। जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। उधर, छात्रा की मौत की खबर मिलते ही कॉलेज में मौजूद छात्र-छात्राएं भड़क उठे और कॉलेज के सामने रोड जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। नाराज छात्रों ने आसपास खड़ी तमाम गाडि़यों में तोड़फोड़ भी की। जानकारी मिलने पर पहुंचे इंस्पेक्टर सरोजनीनगर से भी छात्रों ने बदसलूकी की। जिसके बाद पुलिस ने उपद्रव पर उतारू छात्रों पर जमकर लाठियां भांजी। इस लाठीचार्ज में कई छात्रों के घायल होने की खबर है।

कॉलेज जा रही थी

मोहनलालगंज कस्बे में रहने वाली शिल्पी रावत (18) आर्यकुल कॉलेज ऑफ फार्मेसी एंड रिसर्च में बीफार्मा फ‌र्स्ट इयर की छात्रा थी। मंगलवार सुबह वह अपनी एक्टिवा (यूपी32एचएफ/9417) पर सवार होकर कॉलेज जाने के लिये निकली थी। इसी दौरान जब वह बिजनौर-स्कूटर इंडिया रोड स्थित कॉलेज मोड़ के करीब पहुंची तभी सामने से आ पहुंचे अनियंत्रित ट्रैक्टर ने उसे टक्कर मार दी। टक्कर की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शिल्पी उछलकर 10 फीट दूर जा गिरी। राहगीरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने गंभीर रूप से घायल शिल्पी को इलाज के लिये ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया। जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।

भड़क उठे स्टूडेंट्स

शिल्पी की मौत की खबर जैसे ही कॉलेज पहुंची वहां मौजूद छात्र-छात्राएं भड़क उठे और कॉलेज के सामने रोड जाम कर दिया। प्रदर्शनकारी छात्र मृतका के परिजनों को 20 लाख रुपये मुआवजा और कॉलेज की ओर आने वाली सड़क पर अतिक्रमण को हटवाये जाने की मांग कर रहे थे। इस दौरान कुछ छात्रों ने कॉलेज के आसपास खड़ी ट्रकों व अन्य गाडि़यों पर पथराव शुरू कर दिया। अचानक शुरू हुए पथराव से वहां भगदड़ मच गई। बवाल की सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर सरोजनीनगर सुधाकर पांडेय व चौकी इंचार्ज अरुण हमराह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और उपद्रव पर उतारू छात्रों को समझाने की कोशिश की। पर, भड़के छात्र इंस्पेक्टर पांडेय से भिड़ गए और उनसे बदसलूकी शुरू कर दी।

लाठियां भांजकर खदेड़ा

उपद्रवियों के काबू में न आने पर आखिरकार पुलिस ने उन पर लाठियां भांजनी शुरू कर दी। जिससे वहां भगदड़ मच गई। इस लाठीचार्ज में करीब एक दर्जन छात्र चोटिल हो गए। छात्रों को खदेड़ने के बाद पुलिस ने रोड ब्लॉक करने के लिये डाले गए खंभे, बांस व लकड़ी के लट्ठों को हटवाकर ट्रैफिक चालू कराया। वहीं, घटना के बाद मौके से फरार हो गए ट्रैक्टर चालक बंथरा के ठकुराइन खेड़ा निवासी सुनील कुमार को दबोच लिया। इंस्पेक्टर सुधाकर पांडेय ने बताया कि फिलवक्त मृतका के परिजनों की ओर से कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

अतिक्रमण की वजह से होते हैं हादसे

रास्ता खुलवाने के बाद कॉलेज कैंपस पहुंची पुलिस को छात्रों ने बताया कि कॉलेज को हाइवे से जोड़ने वाली रोड के दोनों ओर अतिक्रमणकारियों ने पूरी तरह से कब्जा कर लिया है। जिन जगहों पर अतिक्रमण नहीं हुआ वहां अवैध रूप से ट्रक खड़े किये जाते हैं। जिसकी वजह से मोड़ पर हाइवे से आ रही गाडि़यां नहीं दिखती और अक्सर हादसे हो जाते हैं। पुलिस ने छात्रों को आश्वासन दिया कि जल्द ही अतिक्रमण खाली कराया जाएगा और रोड पर स्पीड ब्रेकर भी बनवाये जाएंगे ताकि, वहां से गुजरने वाले वाहनों की स्पीड को कंट्रोल किया जा सके।