-फरीदपुर थाना अंतर्गत गौसगंज की पुलिया के पास हुई वारदात

-दोस्त अमन चला रहा था बाइक, पीठ में लगी गोली,

BAREILLY: फरीदपुर थाना अंतर्गत हाइवे नेशनल हाइवे पर चलती बाइक पर जन्मदिन के दिन छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। छात्र दोस्त के साथ घर से केक लेने निकला था और हाइवे पर टहलते हुए 50 किलोमीटर तक चले गए थे। दोस्त की पीठ में एक निशान है। पुलिस दोस्त से पूछताछ कर मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। दोस्त के बयानों से पुलिस को संदेह हो रहा है। पुलिस प्रेम प्रसंग के एंगल से भी मामले की जांच कर रही है।

11वीं का स्टूडेंट था सचिन

सचिन, फतेहगंज पश्चिमी के अगरास का रहने वाला था। उसके परिवार में पिता बलदेव प्रसाद, मां रानी देवी, भाई संजय प्रसाद और बहन अंजलि हैं। बलदेव प्रसाद मुंबई मानपुर में आर्मी में कांस्टेबल हैं। सचिन बदायूं के एक कॉलेज से 11वीं की पढ़ाई कर रहा था। संजय परसाखेड़ा से आईटीआई का स्टूडेंट है और वह रोडवेज के पास कौशल विकास मिशन के तहत नर्सिग का कोर्स कर रहा है। सचिन का 24 मई को जन्मदिन था। सचिन की गांव के रहने वाले अमन से 8 साल से गहरी दोस्ती है। अमन हिमाचल प्रदेश में काम करता है। अमन 24 अप्रैल को हिमाचल से अपने घर बहन की शादी में शामिल होने आया था। अमन की बहन की शादी 29 अप्रैल को थी।

केक लेने के लिए निकले थे घर से

भाई संजय ने बताया कि सचिन के अमन के साथ वेडनसडे दोपहर करीब 4 बजे घर से जन्मदिन का केक लेने के लिए निकला था। दोनों बाइक से गए थे लेकिन काफी देर तक वापस नहीं आए। रात में सूचना मिली कि सचिन को गोली मार दी गई है और जब हॉस्पिटल पहुंचे तो भाई की मौत हो चुकी थी। सचिन की किसी से कोई दुश्मनी भी नहीं थी। सचिन की मौत के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो रखा है।

गोली लगने के बाद 7 किलोमीटर तक बाइक पर लाया

वहीं अमन ने बताया कि वह फतेहगंज पश्चिमी से निकलने के बाद टहलने के लिए हाइवे पर निकल गए। वह बाइक चला रहा था और पीछे सचिन बैठा हुआ था। अमन के मुताबिक रेस करते-करते दोनों फरीदपुर और फतेहगंज पूर्वी के बीच चीनी मिल तक पहुंच गए और उसके बाद बाइक वापस लौटा ली। अमन ने बताया कि फरीदपुर से आगे आने के बाद अचानक पीछे बैठे सचिन ने कहा कि उसे गोली लग गई है, जिसके बाद उसने तुंरत बाइक रोकी, लेकिन वहां उसे कोई नजर नहीं आया। जिसके बाद उसने सचिन को अपनी शर्ट उतारकर अपनी पीठ से बांध लिया और करीब 7 किलोमीटर तक लेकर चला आया। उसने रास्ते में कई लोगों से हेल्प मांगी, लेकिन किसी ने मदद नहीं की। उसने रोड पर सचिन को लिटाकर भी हेल्प मांगी। उसके बाद उसे एक जगह पुलिस नजर आयी तो जानकारी दी। जिसके बाद गौसगंज पुलिया के पास मौजूद प्राइवेट हॉस्पिटल की एंबुलेंस की मदद से उसे हॉस्पिटल पहुंचा गया। हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

आखिर किसने और क्यों मारी गोली

अमन की कहानी में कई झोल नजर आ रहे हैं। अमन की मानें तो बाइक स्पीड में थी तो ऐसे में चलती बाइक पर पीछे से किसने गोली मार दी। अमन का कहना है कि उसे गोली की आवाज भी नहीं सुनाई दी। यही नहीं 7 किलोमीटर तक बाइक पर शर्ट से बांधकर ले जाने की कहानी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। अमन के मुताबिक उसकी भी पीठ में गोली लगी है। पुलिस ने अमन की पीठ का एक्सरे कराया है। क्या अमन और सचिन के साथ कोई और भी था। क्या अमन कोई राज छिपा रहा है।