RANCHI: आप हॉस्टल के वार्डेन हैं। जब सभी बच्चे हॉस्टल में थे, तो गेट पर ताला क्यों नहीं लगाया। यह सवाल सिविल कोर्ट के एमसी वर्मा की अदालत में पूछा गया। अदालत ने कहा कि यदि हॉस्टल में ताला लगा रहता तो शायद विनय की जान बच जाती। इस पर वार्डेन अतनु नाग ने कहा कि वह सुबह नौ बजे ही चला गया था। इस पर कोर्ट ने कहा कि इसकी जिम्मेवारी किसी और को क्यों नहीं दी।

क्या है मामला

रांची के हरदाग स्थित सफायर इंटरनेशनल स्कूल के छात्र विनय कुमार महतो की स्कूल कैंपस में चार फरवरी ख्0क्म् को हत्या हुई थी। पुलिस ने इस मामले में स्कूल की शिक्षिका नाजिया हुसैन, पति आरिफ अंसारी, बेटी और बेटे हमजा को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने दलील दी थी कि विनय और छठी क्लास में पढ़ने वाली टीचर की बेटी के बीच दोस्ती थी। हमजा और उसकी मां को यह पसंद नहीं था। उन्होंने कई बार विनय को समझाया था कि वह उससे दूर रहे। लेकिन दोनों की दोस्ती कायम रही। कुछ दिन पहले दोनों ने स्कूल के एक कार्यक्रम में साथ में हिस्सा लिया था। इससे हमजा बेहद गुस्से में था। घटना के दिन हमजा ने विनय को अपने घर पर चिकेन चिली खाने के लिए बुलाया था। विनय वहां जाना नहीं चाहता था, लेकिन हमजा उसे बार-बार फोन कर रहा था। आखिर रात को विनय अपने हास्टल से निकल कर शिक्षिका के कमरे तक पहुंच गया। किचेन में हमजा उसे समझाने लगा, जबकि शिक्षिका और उसकी बेटी बगल के कमरे में सोई हुई थी। हमजा और विनय के बीच कहासुनी होने लगी। तब हमजा ने विनय का सिर दीवार पर पटक दिया। इससे उसका माथा फट गया और खून निकलने लगा। आवाज सुनकर शिक्षिका और उसकी बेटी किचेन में आई। तीनों ने विनय को हिला-डुलाकर देखा। तब तक विनय मर चुका था।