-अशोक नगर में कारोबारी के 14 साल के बेटे ने पिता की लाइसेंसी राइफल से खुद को मारी गोली, दिमाग के चीथड़े उड़े

हर सुनने वाला दहल गया
अगर आपने सेल्फ डिफेंस के लिए लाइसेंसी हथियार खरीद रखा है तो आपके लिए यह खबर नहीं चेतावनी है। सबसे पहले वेपन को फौरन किसी ऐसी जगह पर रख दीजिए जहां बच्चे किसी कीमत पर न पहुंच सकें। बेहतर होगा कि अपने लाइसेंसी वेपन को किसी आलमारी में बंदकर चाबी अपने पास रखें। वरना, अपनी रक्षा के लिए खरीदा गया यह हथियार आपको कभी न भरने वाला जख्म दे सकता है। कुछ ऐसा ही मंडे को नजीराबाद में एक कारोबारी के साथ हुआ। घर में रखी लाइसेंसी राइफल से कारोबारी के 14 साल के बेटे ने खुद को गोली मार ली। बेटे की दर्दनाक मौत से सिर्फ उसका परिवार ही नहीं, हर सुनने वाला दहल गया।

टीचर का कर रहा था इंतजार
अशोक नगर निवासी वीरेंद्र कुमार शुक्ला कपड़ा कारोबारी हैं। उनकी शिवाला में दुकान है। परिवार में पत्नी श्यामा, दो बेटी दिव्या, शिवानी और दो बेटे शुभम व गौरव (14) थे। गौरव सबसे छोटा था। वह सनातन धर्म एजुकेशन सेंटर में 8वीं का स्टूडेंट था। उसको शाम को टीचर ट्यूशन पढ़ाने आती थी। मंडे को भी वह चाय पीने के बाद कमरे में टीचर का इंतजार कर रहा था। इस बीच परिजनों को गौरव के कमरे से गोली चलने की आवाज सुनाई दी। वे भागकर कमरे में पहुंचे तो नजारा देखकर उनका कलेजा कांप उठा। वहां गौरव का खून से लथपथ शव पड़ा था। गोली लगने से उसके भेजे के चीथड़े उड़कर दीवार और फर्श पर चिपक गए थे। वीरेंद्र की लाइसेंसी राइफल शव के बगल में पड़ी थी। जांच में पता चला कि उसने ठोढ़ी के नीचे राइफल की नाल सटा कर खुद को गोली मारी थी। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम भेजकर राइफल को कब्जे में ले लिया।

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