- एकेडमिक सेशन 2016-17 से हो सकती है योजना शुरु

PATNA: सीबीएसई स्कूलों के बच्चे एलेवंथ-टूवेल्थ से ही मेडिकल और इंजीनियरिंग क तैयारी शुरू कर देते हैं। अब सीबीएसई स्कूलों में मासकॉम भी पढ़ाया जाने लगा है। प्रबंधन की पढ़ाई भी सीबीएसई स्कूलों में शुरू की जा चुकी है। लेकिन जल्द ही इस बोर्ड के बच्चे सिविल सर्विसेज की भी तैयारी करेंगे। मिनिस्ट्री ऑफ एचआरडी और केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड इस योजना पर व्यापक रूप से तैयारी कर रही है। इस रिगार्डिग सीबीएसई से भी मदद ली जा रही है। पिछले दिनों देश भर के सीबीएसई स्कूलों के पि्रंसिपल्स की हुई मीटिंग के दौरान यह बात सामने आयी।

स्कूलों में दिए जायेंगे सिविल सर्विसेज के टिप्स

सीबीएसई स्कूलों में स्टूडेंट टेंथ और टूवेल्थ से मेडिकल, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट के साथ साथ अन्य काम्पीटीटिव एग्जामिनेशन को लेकर सजग हो जाते हैं। उन्हें उसी दौरान शिक्षकों से टिप्स मिलने लगते हैं और उसी के अनुरूप उनकी तैयारी भी होती है। वहीं सिविल सेवा की तैयारी स्टूडेंट स्नातक के बाद से शुरू करते हैं। लेकिन इस पर विचार किया जा रहा है कि अन्य उपयोगी कोर्सेज की तरह सीबीएसई के स्टूडेंट को टेंथ-टूवेल्थ से ही सिविल सर्विस की परीक्षाओं के बारे में बताया जाए। इसके लिए अलग से क्लासेज प्रोवाइड करने पर भी विचार चल रहा है।

पायलट प्रोजेक्ट हो चुका है सफल

पटना के एक सीनियर पि्रंसिपल ने बताया कि पहले यह पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर दक्षिण भारत के सीबीएसई के कुछ स्कूलों में शुरू किया गया। उन्होंने बताया कि सिविल सर्विसेज की तैयारी को लेकर स्टूडेंट के साथ साथ पैरेंट्स से भी राय ली गयी और उसके उत्साहजनक परिणाम मिले हैं। इसी के बाद यह निर्णय लिया गया है कि स्कूलों में व्यापक पैमाने पर इस योजना को लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि संभव है यह योजना सीबीएसई स्कूलों में एकेडमिक सेशन ख्0क्म्-क्7 से लागू हो जाए।