- लापरवाही की वजह से नहीं निकला सेंटप लिस्ट में नाम

- वीसी से भी लगाई गुहार, पर उन्होंने भी नहीं सुनी फरियाद

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PATNA: मधु और पूजा मगध महिला कॉलेज से इकनॉमिक्स से ग्रेजुएशन कर रही है। दोनों बहनें सेकेंड इयर की स्टूडेंट हैं। मंडे को दोनों डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर के ऑफिस पहुंची। वहां डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम ऑफिसर डॉ। अशोक कुमार से मुलाकात के बाद दोनों रुआंसा हो गयी। दोनों ने उनसे रिक्वेस्ट किया कि सर किसी तरह हमें एग्जाम देने की परमिशन दिलवा दीजिए, नहीं तो हमारा साल बर्बाद हो जाएगा। कोई रास्ता बताइए, जिससे हमलोग एग्जाम में शामिल हो सकें।

नहीं निकाल पाए सॉल्यूशन

मधु ने कहा कि बहुत मुश्किल से हमलोग अपनी पढाई जारी रख पा रहे हैं। मधु के पिता हर्ट के पेशेंट हैं और मधु खुद डायबिटीज की शिकार है। ऐसी कंडीशन में दोनों बहनों को पिता की देखभाल के बाद बचे समय में स्टडी करना पड़ता है। पूजा को फ‌र्स्ट इयर में 7फ्.भ् परसेंट और मधु को भ्ब् परसेंट नंबर आये थे। सेकेंड ईयर के एग्जाम के लिए फॉर्म भरने की लास्ट डेट ग्यारह फरवरी तक ही थी। इससे पहले डिपार्टमेंट की ओर से सेंटप लिस्ट निकाला गया। इकनॉमिक्स में दोनों का अटेंडेंस सेवेंटी फाइव पर्सेट था, लेकिन ऑप्शनल सब्जेक्ट हिंदी में उसे नोट क्वालिफाई दिखाया गया। प्रोजेक्ट जमा करने के बाद उसे क्वालीफाई तो कर दिया गया। फाइनल लिस्ट में नाम नहीं दिया गया।

'कोई हेल्प नहीं कर सकते'

पिता के हॉस्पीटल में एडमिट रहने के कारण मधु कॉलेज नहीं आ सकी। जब तेरह फरवरी को कॉलेज पहुंची तो कहा गया कि अब कुछ नहीं हो सकता। दोनों ने इस मामले को लेकर पटना यूनिवर्सिटी के वीसी डा। वाईसी सिम्हाद्री से भी मुलाकात की। दोनों ने अपनी परेशानियों से और विभाग की लापरवाही से वीसी को अवगत कराया, पर उन्होंने साफ साफ कह दिया कि और भी इस तरह के मामले हैं। हम कोई मदद नहीं कर सकते हैं। मालूम हो कि बी-कॉम पार्ट टू का एग्जाम कल से शुरू हो रहा है।