इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पीडि़त छात्रा की लिखित शिकायत पर हुई एम प्रथम वर्ष के छात्र तिलक राम पर बड़ी कार्रवाई allahabad@inext.co.in ALLAHABAD: इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने छेड़खानी व अनुशासनहीनता की घटना में मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की है। परिसर में 29 नवम्बर को छेड़खानी व बदसलूकी की शिकार पीडि़त छात्रा की लिखित शिकायत पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए एमए प्रथम वर्ष के छात्र तिलक राम पुत्र राम प्रताप को विश्वविद्यालय से निष्कासित कर दिया है और उसका नामांकन भी निरस्त कर दिया। साथ ही कर्नलगंज कोतवाली में छात्र के विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। कई बार हो चुकी है छेड़खानी विश्वविद्यालय के परिसर में छेड़खानी की घटनाएं पहले भी कई बार घटित हो चुकी हैं। यह बात तब सामने आई जब छात्रा ने प्रॉक्टर ऑफिस में अपनी लिखित शिकायत दर्ज कराई। प्रॉक्टर प्रो। राम सेवक दुबे ने खुद इस बात को स्वीकार किया। क्योंकि प्रो। दुबे की ओर से जारी रिलीज में स्पष्ट लिखा है कि उक्त घटना की पुनरावृत्ति पहले भी कई बार की जा चुकी है। प्रॉक्टर ऑफिस में पांच को पेशी विश्वविद्यालय से निष्कासित किए गए छात्र तिलक राम को अपने परिजनों के साथ पांच दिसम्बर को प्रॉक्टर ऑफिस में तलब किया गया है। छात्र को सूचित कर दिया गया है कि वह अपने परिजनों के साथ शाम चार से लेकर पांच बजे के बीच उपस्थित हो। इतना ही नहीं तिलक राम को यह भी बताना होगा कि विश्वविद्यालय परिसर में ऐसा जघन्य कृत्य क्यों किया। परिसर में 29 नवम्बर को एक छात्रा के साथ तिलक राम ने छेड़खानी की थी। जिसकी लिखित शिकायत छात्रा उक्त छात्रा ने दी है। छात्र का यह कृत्य गंभीर अपराध है और उसने अनुशासन को भंग किया है। इसलिए छात्र को विश्वविद्यालय से निष्कासित करते हुए उसका नामांकन भी निरस्त कर दिय गया है। प्रो। राम सेवक दुबे, चीफ प्रॉक्टर