- इंटरनेट लगने से आरटीओ ऑफिस में बाबू की लगी लॉटरी

- सोशल साइट्स का जमकर हो रहा है प्रयोग

LUCKNOW:

कहीं बच्चों के प्रोजेक्ट के लिए गूगल से मैटीरियल जुटाया जा रहा है तो कहीं ऑनलाइन शॉपिंग की जा रही है। यह हाल है प्रदेश के आरटीओ ऑफिसों का। इंटरनेट की सुविधा मिलते ही कार्यालय के बाबू ऑफिस का काम कम और सोशल साइट्स का प्रयोग अधिक कर रहे हैं। इसका असर सीधे सर्वर पर पड़ रहा है और हाल यह है कि ना तो आवेदक लाइसेंस के लिए आवेदन कर पा रहा हैं और ना ही गाडि़यों का टैक्स जमा हो पा रहा है।

सर्वर हो जाता है स्लो

सारथी -4 और वाहन-4 की वेबसाइट बेहद स्लो चल रही है। इस बात की रिपोर्ट सेंट्रल इनफारमेशन सेंटर दिल्ली (एनआईसी) ने परिवहन विभाग को दी है। ऐसे में परिवहन विभाग ने एनआईसी को पत्र भेजा है कि आरटीओ ऑफिस में सिर्फ सारथी-4 और वाहन-4 के अलावा जीमेल चलाने के अलावा सभी को प्रतिबंधित कर दिया गया है।

की गई जांच

प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाले कैंडीडेट परिवहन विभाग में शिकायतें कर रहे हैं। इसकी जानकारी परिवहन विभाग ने एनआईसी को दी थी। इस पर एनआईसी ने प्रदेश में बिछे अपने फाइबर आप्टीकेबल लाइन की जांच की और उसके बाद संबधित कंपनी से भी पूछताछ की। लेकिन कहीं कोई ऐसी प्राब्लम सामने नहीं आई।

बीएसएनएल के साथ जांच

इसके बाद एनआईसी ने राजधानी में बीएसएनएल के साथ मिलकर जांच शुरू की और उन सभी कम्प्यूटर की आईपी निकाल कर सभी पर नजर रखी। जिससे यह बात सामने आई कि आरटीओ ऑफिस में बच्चों के स्कूल के प्रोजेक्ट तैयार किए जा रहे हैं। तो कहीं सोशल साइट्स चलाई जा रही हैं। एनआईसी के अनुसार दिन भर इस सबके खुले रहने से सर्वर पर बढ़ते लोड़ के चलते आवेदक सारथी-4 और वाहन-4 का प्रयोग नहीं कर पाते थे।

अब सीमित साइट ही खुलेंगी

परिवहन विभाग के अधिकारियों ने अब एनआईसी को इस बात के आदेश दिया है कि प्रदेश भर में आरटीओ ऑफिस में लगे इंटरनेट में कुछ व्यवस्था की जाए, जिससे वहां पर सारथी 4 और वाहन 4 ही खुल सकें। ऐसे में अब एनआईसी ऐसी व्यवस्था करने जा रहा है, जिससे आरटीओ ऑफिस में अब सारथी 4 और वाहन 4 के अलावा जीमेल ही एक्सेज हो सकेगी। अन्य कोई भी लिंक एक्सेज नहीं हो सकेगा। ऐसे में लाइसेंस के लिए आवेदन करने वालों को राहत मिलेगी।

सारथी-4 और वाहन-4 ही अब प्रदेश में मौजूद आरटीओ ऑफिस में एक्सेज किए जा सकेंगे। इसके अलावा सूचनाओं के अदान-प्रदान के लिए जीमेल के यूज पर छूट मिलेगी। इससे लाइसेंस आवेदन करने वालों और वाहनों का टैक्स जमा करने वालों को राहत मिलेगी।

पी गुरु प्रसाद, परिवहन आयुक्त

यूपी परिवहन विभाग