आगरा: जेब खर्च मिलता नहीं था और हुक्का पार्लर जाने का उसे बेहद शौक था। लिहाजा उसने अपने घर में ही चोरी करनी शुरू कर दी। यह मामला नौवीं के छात्र से जुड़ा हुआ है। घर में रखे गहने चोरी करके मामूली रुपयों में गिरवीं रख दिए। जानकारी होने पर पिता ने गुरुवार को छात्र पुलिस को सौंप दिया। उससे पूछताछ के बाद पुलिस ने हुक्का पार्लर संचालक को भी उठाया। मगर, बाद में छात्र के पिता ने ही दोनों को थाने से छुड़ा लिया और पुलिस ने भी कोई कार्रवाई नहीं की।

हुक्का पार्लर का था शौक

एत्माद्दौला क्षेत्र के हनुमान नगर निवासी 14 वर्षीय नौवीं के छात्र को कुछ दिनों ने हुक्का पार्लर जाने का शौक लग गया। ट्रांस यमुना कॉलोनी फेस टू स्थित हुक्का पार्लर में वह स्नूकर भी खेलता था। जेब खर्च को पैसे न मिलने पर उसे पार्लर संचालक ने घर से गहने पार करने की सलाह दी। बहकावे में आकर उसने अपने ही घर से मां के गहने चोरी करना शुरू कर दिया। एक बार में सोने के दो कुंडल और चेन निकाल ले गया।

संचालक ने आभूषण रखे गिरवी

हुक्का पार्लर संचालक ने इनको गिरवीं रखकर छात्र को पांच हजार रुपये दे दिए। दूसरी बार वह घर से चेन निकालकर ले आया और वह कालिंदी विहार निवासी एक युवक को दे दी। घर से गहने गायब होने पर पिता को उस पर शक हुआ। उन्हें यह भी पता चला कि उनका बेटा हुक्का पार्लर में रुपये खर्च करके आ रहा है। गुरुवार शाम को उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल करके पुलिस को बुला लिया। बेटे को घर से चोरी करने के आरोप में पुलिस को सौंप दिया।

थाने पहुंचा तो कबूला जुर्म

थाने पहुंचने के बाद छात्र ने चोरी की बात कबूली और उन्हें किसको गिरवीं रखा यह भी बताया। इसके बाद पुलिस ने हुक्का पार्लर संचालक को उठा लिया। देर रात हुक्का पार्लर संचालक उनके गहने वापस करने को तैयार हो गया। समझौते के बाद छात्र के पिता ने कार्रवाई न करने की बात कहकर अपने बेटे के साथ उसे भी छुड़ा लिया।

छुपकर जाते हैं पार्लर

स्कूली बच्चे परिजनों से छुपकर रिहायशी इलाकों में खुले हुक्का पार्लर जाते हैं। धीरे-धीरे इसकी आदत पड़ जाती है। जब घर से खर्च को रुपये नहीं मिलते हैं तो वे चोरी करने लगते हैं। जिम्मेदार विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।