- डाटा इंटरप्रेटेशन और रीजनिंग का सेक्शन रहा टफ

- वहीं इंग्लिश और मैथ्स के सवालों ने स्टूडेंट्स को दी राहत

- विशेषज्ञों ने कहा हाई होने के आसार

LUCKNOW: देश के सभी 19 इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) में एडमिशन के लिए कॉमन एडमिशन (टेस्ट) कैट का आयोजन संडे को किया गया। इसके लिए राजधानी में 12 एग्जाम सेंटर्स बनाए गए थे। जिसमें करीब पांच हजार कैंडीडेट्स एग्जाम में शामिल होना था। जिसमें से करीब साढ़े चार हजार कैंडीडेट्स ही एग्जाम में शामिल हुए। यह एग्जाम दो शिफ्टों में सुबह नौ बजे से 12 बजे तक और दोपहर दो बजे से पांच बजे के बीच में आयोजित की गई। इस बार कैट के एग्जाम को तीन सेक्शन में बांटा गया था। जिसमें पहला सेक्शन डेटा इंटरप्रिटेशन डीआई और लॉजिकल रीजनिंग एलआर था। जिसमें से इस बार एलआर सेक्शन में पूछे गए सवाल पिछले साल के तुलना में काफी टफ आए थे। कैट एग्जाम के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि सभी कैंडीडेट्स ने एक साथ ऑनलाइन एग्जाम दिया हैं।

डाटा इंटरप्रेटेशन और लॉजिकल रीजनिंग ने फंसाया

इस बार कैट एग्जाम में हुए बदलावों ने एग्जाम के कई मायनों में हर कैंडीडेट्स के लिए अलग था। इस बार कैट एग्जाम में इंग्लिश और मैथ्स सेक्शन में कैंडीडेट्स के लिए आईआईएम के साथ ही देश के दूसरे संस्थाओं में एडमिशन की राह को आसान करेगा। ये दोनों ही सेक्शन आसान होने के कारण स्टूडेंट्स को इनमें काफी स्कोर करने की उम्मीद है। वहीं डाटा इंटरप्रेटेशन और लॉजिकल रीजनिंग के सेक्शन में आधे सवाल सामान्य थे तो वहीं आधे सवाल काफी मुश्किल आए थे। जिन्हें हल करने में स्टूडेंट्स का काफी प्रॉब्लम का सामना करना पड़ा। ऐसे में जो स्टृूडेंट्स वीए और क्यूए सेक्शन में मॉ‌र्क्स बटोरने में आगे रहे उनके लिए डाटा इंटरप्रेटेशन और लॉजिकल रीजनिंग में नम्बर लेना काफी टफ रहा।

इंग्लिश का पेपर पैसेज बेस्ड

इस बार इंग्लिश का पेपर काफी चौंकाने वाला रहा। इस सेक्शन में 34 सवालों में से 24 सवाल सिर्फ पैसेज से ही पूछ लिए गए। जबकि 6 से 7 सवाल पैराजंबल्ड और तीन सवाल समरी के थे। इसमें कई सारे टॉपिक्स से सवाल आए ही नहीं। इसलिए सभी के लिए यह पेपर काफी आसान रहा।

विशेषज्ञों की राय

हाईस्कूल के लेवल का था मैथ्स का पेपर

अभी तक आईआईएम और दूसरे टॉप बिजनेस स्कूलों में एडमिशन के लिए होने वाले कैट एग्जाम में मैथ्स के सवालों का दबदबा होता था। लेकिन इस बार नए बदलाव के कारण मैथ्स का पेपर काफी आसान आया था। अभी तक आईआईएम और टॉप बिजनेस स्कूलों में मैथ्स के स्टूडेंट्स का दबदबा समझा जाता था। इस बार थर्ड सेक्शन में पूछे गए मैथ्स के ज्यादातर सवाल हाईस्कूल के लेवल के थ। अब तक इस सेक्शन में एल्जेब्रा और ज्योमेट्री के सवालों का दबदबा रहता था। इस बार यह सेक्शन सभी स्टूडेंट्स के लिए काफी स्कोरिंग रहा है। एलिमेंट्री मैथमैटिक्स पर जोर है इसलिए हाईस्कूल लेवल की मैथ्स जानने वाले स्टूडेंट्स के लिए यह पेपर आसान था। वहीं जिन स्टूडेंट्स को सवाल हल करने की स्पीड कम थी उनका नुकशान हुआ होगा। वहीं एग्जाम में पहला सेक्शन इंग्लिश था। जिसमें कॉम्प्रीहेंशन सेक्शन में कुछ सेट में पांच तो कुछ में छह पैसेज दिए गए। इस पैसेज पर आधारित सवालों की संख्या पिछले सालों के मुकाबले 12-13 से बढ़ाकर 24 सवाल सवाल तक कर दी गई। ये सेक्शन काफी स्कोरिंग था।

आशीष सिन्हा, टाइम्स

50-50 रहा डाटा इंटरप्रेटेशन

आज हुए एग्जाम में सेकेंड सेक्शन में डाटा इंटरप्रेंटेशन के 16 और लॉजिकल रीजनिंग के 16 सवाल आए थे। दोनों ही सेक्शन में 50-50 पर काम किया गया। जिसे आधे सवाल आसान आए तो आधे सवाल टफ थे। इस बार एग्जाम में पहली बार कलर ग्राफ का यूज किया गया था। पिछले सालों में डाटा इंटरप्रेटेशन जहां रीजनिंग पर आधारित होती थी। इस बार इसमें, कैल्कुलेशन और रीजनिंग दोनों को शामिल किया गया। कैल्कुलेशन के लिए कैलुकेटर भी दिया गया। इस सेक्शन की मेरिट कम होने के आसार हैं।

- रविदीप सिंह, आईएमएस