- सुबह साढ़े सात बजे से दोपहर तक धूम में खड़े रहे बच्चे

- स्कूल प्रशासन ने टीचर्स पर कार्यवाही कर किया सस्पेंड

आगरा। सेंट अगस्टेन स्कूल में बच्चों को की-बोर्ड तोड़ने की सजा धूप में बैठक कर चुकानी पढ़ रही है, अभिभावक इससे अछूते नहीं हैं। बालूगंज स्थित सेंट अगस्टेन स्कूल में शुक्रवार को कीबोर्ड तोड़ने पर कम्प्यूटर टीचर्स द्वारा स्टूडेंट्स से मारपीट की गई, जब इतने से भी टीचर्स का मन नहीं भरा तो बच्चों को सुबह सात बजे दोहपर एक बजे तक धूप में खड़ा कर दिया गया।

शिकायत पर आक्रोशित अभिभावक

सेंट अगस्टेन स्कूल में बच्चों ने शुक्रवार को अपने साथ हुई घटना की जानकारी जब अभिभावकों को दी तो वह आग बबूला हो उठे। उन्होंने शनिवार को राजकुमार खंड़ेलबाल के साथ स्कूल का घेराव कर लिया। अभिभावकों को आक्रोशित देख स्कूल प्रबंधन सहित कर्मचारी नदारद हो गये। इस दौरान अभिभावकों ने बच्चों से मारपीट करने के स्कूल प्रबंधन पर कई आरोप लगाये।

बच्चों से मांगा पचास रुपये फाइन

कम्प्यूटर टीचर ने कीबोर्ड तोड़ने पर हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए क्लास 8-ए के प्रत्येक स्टूडेंट्स पर पचास रुपये का फाइन लगा दिया। अभिभावक संजय वर्मा द्वारा एक सेक्शन में करीब 150 बच्चों से अधिक स्टूडेंट्स बताए गए हैं। जबकि कीबोर्ड की कीमत से दस गुना अधिक रुपये वसूले जा रहे हैं। एडमिशन में भी अभिभावकों से लाखों रुपये वसूले जाते हैं इसके बाद भी अभिभावकों से रुपये वसूलने की ताक में स्कूल प्रबंधक रहता है।

अभिभावकों ने बुलाई पुलिस

स्कूल परिसर में अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन कहासुनी शुरू हो गयी। स्कूल प्रबंधन इस संबंध में किसी भी प्रकार के सहयोग से इंकार कर दिया। इस पर आक्रोशित अभिभावकों ने डायल 100 पर कॉल कर दिया। पुलिस के आने की सूचना पर स्कूल प्रबंधन और जिम्मेदार अधिकारी गायब हो गये। परिसर में सिर्फ टीचर्स थीं, उन्होंने किसी भी तरह के सवाल से इंकार कर दिया। उनका कहना था कि स्कूल में कोई प्राचार्य नहीं है, कॉर्डीनेटर ही स्कूल चलाते हैें।

टीचर को किया सस्पेंड

पुलिस ने किसी तरह स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों को बात करने के लिए राजी कर लिया। जहां राजकुमार खंडेलबाल का कहना है कि स्कूल प्रबंधन ने अपनी गलती स्वीकारते हुए माफी मांगी है। वहीं टीचर अर्पित भारद्वाज को सस्पेंड कर दिया गया। साथ बच्चों लिया गया पचास रुपये फाइन भी वापस कर दिया। दूसरे टिचर्स को भविष्य में किसी तरह का फाइन नहीं लेने की हिदायत भी दी। एसएसआई विवेक त्रिवेदी ने बताया कि दोनों पक्षों में समझौता करा दिया गया है, मामूली विवाद था।