- प्राइमरी क्लास में आए केवल 70 स्टूडेंट्स

- मिड-डे-मील खाने से बनाई दूरी

- जिला प्रशासन ने अक्षय पात्र व पराग को जारी किया नोटिस

LUCKNOW: बुधवार को मिड-डे-मिल में मिले दूध पीने के बाद बीमार हुए स्टूडेंट्स पर इसकी दहशत गुरुवार को साफ देखने को मिली। गुरुवार को सुबह जब स्कूल खुला को स्कूल में स्टूडेंट्स की संख्या बुधवार की अपेक्षा काफी कम रही। गुरुवार को 629 के स्थान पर केवल 202 स्टूडेंट्स की स्कूल पहुंचे। जिसमें प्राइमरी के क्लास एक से पांच तक में केवल 70 स्टूडेंट्स वहीं छह से आठ तक में 132 स्टूडेंट्स स्कूल पहुंचे थे। जबकि बुधवार को एक से आठवीं तक के सभी क्लासेस मिलाकर स्कूल में 458 स्टूडेंट्स उपस्थित थे।

मामले की जांच करने पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट

गुरुवार को मिड-डे-मिल में खराब तहरी व दूध खाने से बीमार हुए स्टूडेंट्स के मामले की जांच के लिए सिटी मजिस्ट्रेट शत्रोहन वैश्य स्कूल पहुंचे। उनके साथ कैंट बोर्ड के सीईओ एवीएस रेड्डी भी मौके पर उपस्थित रहे। इसके अलावा अक्षय पात्रा के क्वालिटी असेसमेंट सेल के भी दो अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। सिटी मजिस्ट्रेट ने जहरीले दूध की जांच करते हुए स्कूल के सभी बच्चों और बीमार स्टूडेंट्स से एक-एक स्टूडेंट्स से पूछताछ की। बच्चों से बात करने के बाद सिटी मजिस्ट्रेट ने पाया कि प्रारंभिक जांच में बच्चों के बीमार होने के कारण दूध को पाया। सिटी मजिस्ट्रेट शत्रोहन वैश्य ने बताया कि बीमार पड़े बच्चों से बात कर पाया किसी भी स्टूडेंट्स ने एमडीएम में आए तहरी को नहीं खाया था, सबने दूध पीया था। जिसे पीने के बाद बच्चे बीमार पड़े थे। हालांकि उन्होंने कहा कि अभी एफएसडीए की रिपोर्ट नहीं है उसके आने के बाद ही फाइन रिपोर्ट तैयार की जाएगी।

पराग और अक्षय पात्र को जारी किया नोटिस

जिला प्रशासन की ओर से गुरुवार को अक्षय पात्र के एजीएम और पराग के जीएम समेत दोनों स्कूलों के प्रिंसिपलों को नोटिस जारी किया हैं। जारी नोटिस में जिला प्रशासन ने सभी अधिकारियों से इस पूरे प्रकरण पर स्पष्टिकरण मांगा हैं। इस पूरे मामले पर दोनो स्कूल की प्रिंसिपलों ने अपना जवाब प्रस्तुत कर दिया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि हमारे शिक्षकों ने दूध पिया था लेकिन उन्हें कुछ नहीं हुआ, चेक करने के बाद भी स्टूडेंट्स को दूध पीने के लिए दिया गया था।

ज्यादातर बच्चों ने बनाई मिड-डे-मील से दूरी

मिड-डे-मील में मीठा दूध पीने से करीब 75 बच्चों के अचानक बीमार होने के चौबीस घंटे बाद भी स्कूल में अन्य बच्चों के दिमाग पर इसका डर साफ दिख रहा था। सुबह 10.50 मिनट पर अक्षय पात्र फाउंडेशन के कर्मचारी मिड-डे-मील में रोटी और सब्जी लेकर आए। लेकिन ज्यादातर बच्चों ने मिड-डे-मील से दूरी बनाए रखी। घटना के बाद ज्यादातर बच्चे स्कूल नहीं आए थे। विद्यालय के प्रिंसिपल राम फेर ने बताया कि क्लास एक से आठ तक 629 बच्चे रजिस्ट्रड हैं। बुधवार को इनमें से प्राइमरी में 258 व जूनियर में 200 आए थे। लेकिन गुरुवार को प्राइमरी में सिर्फ 70 व जूनियर में 132 स्टूडेंट्स ही स्कूल आए।