RANCHI रांची यूनिवर्सिटी में पीएचडी इंट्रेंस टेस्ट के परिणाम से परीक्षार्थियों में नाराजगी है। जब रांची विश्वविद्यालय ने इस मसले पर परीक्षार्थियों की गुहार नहीं सुनी तो वे आरटीआई का आवेदन डालकर पूछ रहे हैं कि उनके मा‌र्क्स कम क्यों आए। इसके साथ ही वे कॉपी दिखाने की अर्जी भी लगा रहे हैं। रांची यूनिवर्सिटी की पब्लिक इंफार्मेशन ऑफिसर डॉ बंदना कुमारी ने बताया कि यूं तो हर रिजल्ट के प्रकाशन के बाद आरटीआई के आवेदन की संख्या बढ़ती है पर पीएचडी इंट्रेंस का रिजल्ट आने के बाद तो इसकी संख्या बहुत बढ़ी है।

देख सकते हैं अपनी कॉपी

रांची यूनिवर्सिटी की प्रो वीसी डॉ कामिनी कुमार ने बताया कि अगर स्टूडेंटस अपने परीक्षा परिणाम से असंतुष्ट हैं तो वे आरटीआई के जरिये अपनी कॉपी देख सकते हैं। पर उन्हें सिर्फ अपनी कॉपी देखने का अधिकार है। दूसरे की कॉपी देखने का नहीं। गौरतलब है कि यूनिवर्सिटी को अब तक दो दर्जन आरटीआई के एप्लीकेशन मिल चुके हैं और स्टूडेंट पूछ रहे हैं कि आखिर उन्हें कम मा‌र्क्स क्यों आए। वे मा‌र्क्सशीट दिखाने की मांग भी कर रहे हैं।

रिजल्ट में घपले की जता रहे आशंका

पीएचडी इंट्रेंस एग्जाम के लिए फार्म 15 फरवरी से आठ मार्च तक जमा हुआ। इसकी प्रवेश परीक्षा 28 मई को हुई थी। फार्म के लिए तीन सौ और परीक्षा शुल्क के रुप में स्टूडेंट से 2500 लिये गये थे। 17 जून को पीएचडी इंट्रेंस टेस्ट का रिजल्ट जारी किया गया था.1367 स्टूडेंट प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए थे। परीक्षा में 411 स्टूडेंट सफल हुए थे। आजसू छात्र संघ ने इस परीक्षा के रिजल्ट में घपले की संभावना जतायी थी।