पिछले दो दिनों तक चलने वाले आई नेक्स्ट और वीआईटी के तत्वाधान में चलने वाले इंजीनियरिंग गेटवेज में बच्चों को मोटिवेट करने वाले उन्हें बांधकर रखने वाले मोटिवेशनल स्पीकर अरुणेंद्र सोनी ने बच्चों को काफी ऐसी बताई, जिन्हें अपनाकर अपने को सक्सेस बना सकते हैं। उन्होंने बच्चों को बताया कि किसी भी किसी एग्जाम को सक्सेस करने का सक्सेस प्वाइंट रेशो 80-20 का होता है। एग्जाम में 80 फीसदी पेपर सभी को आता है। अगर हम उसी 80 फीसदी पर ही फोकस करें तो हम पूरी तरह से सक्सेस हो सकते हैं। वहीं बच्चों को याद करने के लिए चीजों को याद करने की क्षमता को बढ़ाना होगा। इसके लिए उन्हें चीजों को विजुअलाइज करने की जरुरत है। अगर वो ऐसा करेंगे तो उन्हें याद रखने में कोई दिक्कत नहीं होगी। वहीं इंग्लिश में कमांड और अपनी वर्ड पॉवर को स्ट्रांग करने की काफी जरुरत है। वहीं किसी को भी अपना इंसपिरेशन जरूर बनाएं। उनके जैसा बनने के लिए मेहनत करें। उनके बारे में पढ़ें कि उन्होंने उस मुकाम को छूने के लिए किस तरह से मेहनत की। साथ ही सपने जरूर देखें, क्योंकि जो सपने देखते हैं, वो ही लोग अपने सपनों को साकार करने का माद्दा रखते हैं।

प्रैक्टिस के पंख देंगे सपनों को उड़ान

द्रोणाचार्य इंस्टीट्यूट से आए फैकल्टी महताब सिंह ने स्टूडेंट्स को मुश्किल सब्जेक्ट को किस तरह से आसान बनाकर अपने सपनों को साकार किया जा सकता है सिखाया। उन्होंने बताया कि अगर लगन और प्रैक्टिस के साथ कोई काम किया जाए तो सपने पूरे होते देर नहीं लगती। कम से कम सात से नौ घंटे की प्रैक्टिस होना बेहद आवश्यक है। मैथ्स और साइंस तो ऐसे सब्जेक्ट हैं, जो सबसे ज्यादा प्रैक्टिस मांगते हैं, लेकिन ऐसा भी नहीं है कि आप लगातार एक ही साथ पढ़ते रहें। अगर सुबह किसी एक्सरसाइज की प्रैक्टिस की है तो शाम को उसे रिवाइज करके पहले फीडबैक जरुर लें। फिर देखें कि आप क्या समझ पाए हैं और आपका क्या रह गया है। उसके बाद एक्सरसाइज के छूटे हुए पार्ट को पूरा करें और फिर रिवाइज करें। प्रैक्टिस ही आपको परफेक्ट बनाती है। अगर सपनों को साकार करना है तो जीवन में प्रैक्टिस और प्रैक्टिकल करना बिल्कुल न भूलें। क्योंकि रेगुलर प्रैक्टिस से ही आपके हौसलों को उड़ान मिलती है।

मनोरंजन भी खूब हुआ

मैथ्स, केमिस्ट्री और बायो जैसे सब्जेक्ट को पढ़ने में स्टूडेंटस को मजा तो आ ही रहा था। साथ ही सेमिनार को मनोरंजक बनाने के लिए स्टूडेंट्स में कॉम्पटीशन भी करवाए गए, जिसमें मैथ्स की एक प्रॉब्लम सॉल्व करने पर विद्यादीप ग्लोबल स्कूल के निखिल और सीजेडीएवी के दीपांश को इनाम मिला। वहीं वैक्यूम की स्पेलिंग ठीक बताने पर एमपीजीएस शास्त्रीनगर की आकांक्षा भी विनर रही।